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Khedi Tapti Barrage: ताप्ती बैराज के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत हुई न अब तक गेट लगे, कहीं बूंद-बूंद पानी को तरसना न पड़े

Khedi Tapti Barrage: The damaged part of Tapti Barrage has not been repaired yet the gates have not been installed, so that every drop of water does not have to be yearned

Khedi Tapti Barrage: ताप्ती बैराज के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत हुई न अब तक गेट लगे, कहीं बूंद-बूंद पानी को तरसना न पड़े

▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़

Khedi Tapti Barrage: लोगों की सबसे बड़ी और मूलभूत जरुरत पानी को लेकर बैतूल नगर पालिका की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शहर की लाइफ लाइन बन चुके ताप्ती बैराज के अभी तक गेट बंद नहीं किए गए हैं। यही नहीं उसके क्षतिग्रस्त हुए हिस्से को भी अभी तक नहीं सुधारा गया है। हालांकि फिलहाल वहां जो स्थिति है, उसमें गेट लगाने पर भी पानी नहीं रूकना है। इन हालातों में शहरवासियों को कहीं बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना न पड़ जाए।

जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर खेड़ी सांवलीगढ़ ताप्ती घाट पर बैतूल नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से अमृत सिटी योजना के तहत बना ताप्ती बैराज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। बीते वर्ष नगर पालिका के कंसल्टेंट ठेकेदार ने क्षतिग्रस्त बैराज के हिस्से की ग्रेबियन जाली और पत्थरों से मरम्मत की थी। इसके बावजूद उस हिस्से को ताप्ती की बाढ़ ने तहस नहस कर दिया। मरम्मत से भी ज्यादा हिस्सा ताप्ती नदी की बाढ़ ने किसानों के खेतों को भारी नुकसान पहुंचाते हुए खेत और फसल कर बहा ले गई।

अब फरवरी माह का एक सप्ताह खत्म होने को आ रहा है। इसके बावजूद नगर पालिका ने बैराज के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत नहीं करवाई है। यही वजह है कि बैराज में इंटकवेल को छोड़कर शेष जगह पर पानी बहुत ही कम हो गया है। बैराज जिस जगह क्षतिग्रस्त हुआ है, उस भाग पर गहरी खाई बन गई है। ऐसे में गेट लगा भी दिए जाये तो पानी बह जाएगा। ऐसी स्थिति में पहले नगर पालिका के सामने चुनौती है कि पहले बैराज की मरम्मत करें। ऐसा करने पर ही बैतूल वासियों को गर्मी में पानी पिलाया जा सकेगा।

Khedi Tapti Barrage: ताप्ती बैराज के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत हुई न अब तक गेट लगे, कहीं बूंद-बूंद पानी को तरसना न पड़े

अभी तक मिट्टी भी नहीं खरीदी (Khedi Tapti Barrage)

ताप्ती बैराज के गेट बंद करने के पहले इसके बगल में भराव कार्य किया जाना है। इसके बाद ही इसके गेट बंद किए जा सकेंगे। हालांकि नपा की लापरवाही का आलम यह है कि अभी तक मरम्मत का काम तक शुरू नहीं किया है जबकि अगले महीने से गर्मी शुरू हो जाएगी। नगर पालिका के अधिकारी केवल योजना बनाकर बैठे हैं। मरम्मत का काम शुरू करना तो दूर अभी मिट्टी खरीदने के काम भी नहीं हो सके हैं। ऐसे में गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

रोज एक करोड़ लीटर की जरुरत (Khedi Tapti Barrage)

शहर से 22 किलोमीटर दूर ताप्ती बैराज में 18 गेट हैं। शहर में रोजाना सप्लाई के लिए नगर पालिका को 1 करोड़ लीटर पानी की जरूरत होती है। लेकिन, रोज केवल 67 लाख लीटर पानी ही सप्लाई किया जाता है। इस तरह 33 लाख लीटर पानी पहले ही कम उपलब्ध है। साफ और फिल्टर पानी की उपलब्धता पहले ही कम है। इस 22 किलोमीटर लंबी ताप्ती की पाइप लाइन में कई बार लीकेज आ जाते हैं। इससे भी जलापूर्ति प्रभावित होती है।

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