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Availability Of Urea : किसानों के लिए अच्छी खबर, यूरिया और डीएपी की रैक पहुंची, नहीं होगी खाद की कमी

Availability Of Urea: Good news for farmers, racks of urea and DAP have arrived, there will be no shortage of fertilizers.

Betul Update : किसानों के लिए अच्छी खबर, यूरिया और डीएपी की रैक पहुंची, नहीं होगी खाद की कमी
Betul Update : किसानों के लिए अच्छी खबर, यूरिया और डीएपी की रैक पहुंची, नहीं होगी खाद की कमी

Availability Of Urea : बैतूल। जिले को आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो रहा है। समय पर उपलब्ध होने से जिले में खाद की किल्लत सामने नहीं आ रही है। अभी तीन-चार दिन के भीतर दो खाद की रैक बैतूल पहुंची है। रैक के बैतूल पहुंचने के बाद उसे सोसायटियों में भेजा रहा है। किसानों को इस बार खाद की कमी नहीं जाएगी। आवश्यकतानुसार पर्याप्त खाद उपलब्ध होगा। 

डीएमओ प्रदीप गिरेवाल ने बताया कि दो-तीन दिन के भीतर डीएपी की 2582 मैट्रिक टन और यूरिया की 2644 मैट्रिक टन खाद की रैक बैतूल पहुंची है। दो रैक बैतूल पहुंचने से जिले में कोई खाद की कमी नहंी है। किसानों को डीएपी और यूरिया पर्याप्त मात्रा में दिया जाएगा। बैतूल में खाद की रैक पहुंचते ही यहां से खाद का सोसायटियों में परिवहन किया गया। जिन सोसायटियों में खाद खत्म हो गई थी, उन सोसायटियों में प्राथमिकता से खाद पहुंचाया है। (Availability Of Urea)

इसके पहले पिछले महीने भी जिले को पर्याप्त खाद उपलब्ध हुआ था। कहीं पर भी खाद की किल्लत अभी तक सामने नहीं आ रही है। कुछ दिन बाद यूरिया खाद की एक और रैक आएगी। आवश्यकता अनुसार खाद की डिमांड भेजी जा रही है और डिमांड के अनुसार ही खाद उपलब्ध हो भी रही है। अक्सर देखने में आता है कि रबी सीजन में किसान खाद की किल्लत से जूझते है, लेकिन इस बार बैतूल के किसी भी क्षेत्र में खाद की किल्लत होने की जानकारी सामने नहीं आई है। (Availability Of Urea)

सिंचाई के समय बढ़ जाती है डिमांड (Availability Of Urea)

कुछ क्षेत्रों में रबी फसल की बोवनी हो चुकी है। कुछ क्षेत्र में बोवनी का कार्य अभी भी जारी है। फसल की बोवनी का काम पूरा होने और सिंचाई के समय जिले में यूरिया खाद की सबसे ज्यादा डिमांड रहेगी। किसानों का कहना है कि जब फसल पानी पर आती है, तब फसल को खाद देना पड़ता है। फसल को खाद देने से फसल की ग्रोथ अच्छी बढ़ती है और उत्पादन भी अच्छा होता है।

अभी और बुलानी पड़ सकती है रैक (Availability Of Urea)

सिंचाई के समय किसान एक से दो बार फसल को खाद देते हैं। जिन किसानों के पास सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था है, वे किसान फसलों को सबसे ज्यादा खाद देते है। ऐसे में सिंचाई के समय खाद की और डिमांड बढ़ेगी। अधिकारियों को खाद की रैक और बुलाना पड़ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अभी हाल ही में खाद की रैक आई है। इसके अलावा गोडाउन में भी खाद मौजूद है। किसानों को खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी। 

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