Crime file : मध्यप्रदेश के बैतूल में 2 लोगों ने अपनी कारगुजारी छिपाने झूठी गवाही देकर निर्दोषों को हत्या जैसे जुर्म में जेल की सींखचों के पीछे पहुंचा दिया। इधर पुलिस ने मामले की गहराई से पड़ताल की तो मामला कुछ और ही निकला। मामला जिले के मोहदा थाना क्षेत्र का है।
पुलिस विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि बीते दिनों ग्राम पालंगा के युवक अमित इवने का शव ताप्ती नदी में मिला था। जिसमें पुलिस द्वारा मर्ग जांच की जा रही थी। जांच के दौरान ग्राम पालंगा के ही रमेश पिता चुन्नी इवने एवं कमल पिता चुन्नी इवने ने पुलिस के समक्ष प्रस्तुत होकर बयान दिया था।
यह कहा था इन्होंने बयान में
इन दोनों ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि उन्होंने देखा है कि रोहित सलामे, अमर मर्सकोले एवं युवराज मर्सकोले ने अमित इवने के शव को लेकर छिपाया और नदी में फेंक दिया। इस बयान के आधार पर तीनों व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
दूसरे एंगल आए सामने तो की जांच
पुलिस को शंका होने पर और प्रकरण में अन्य कोण सामने आने पर स्थिति से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार गहन पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान रमेश इवने एवं चुन्नी इवने ने अपना कृत्य कुबूल किया।
दोनों ने यह दी पुलिस को जानकारी
उन्होंने बताया कि उन दोनों ने अपने खेत की फसल को जानवरों से बचाने के लिए खेत के चारों ओर बिजली के नंगे तार लगाए थे। इन तारों की चपेट में आने से अमित पिता अनिल इवने की मृत्यु हो गई थी।
बचने के लिए बना ली थी कहानी
शव देखकर घबराए रमेश और कमल ने खुद बचने के लिए अमित के शव को खेत के पास की नदी में फेंक दिया। वहां से वह बहकर ताप्ती नदी में चला गया। इसके बाद, उन्होंने रोहित, अमर और युवराज पर झूठा इल्जाम लगा दिया, ताकि वे बच सकें।
दोनों को किया गया गिरफ्तार
प्रकरण में धारा का इजाफा कर रमेश और कमल को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही रोहित, अमर एवं युवराज के विरुद्ध हत्या की धारा को खारिज कराने हेतु प्रतिवेदन वरिष्ठ कार्यालय भेजा गया है।
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