EPFO New Members : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अगस्त 2024 के लिए प्रोविशनल पेरोल डेटा जारी किया है। इसमें अगस्त 2024 के महीने में 18 लाख 53 हज़ार सदस्यों की वृद्धि हुई है। यह अगस्त 2023 की तुलना में 9 दशमलव 07 प्रतिशत की साल-दर-साल बढ़ोतरी दर्शाता है। यह रोजगार के अवसरों में वृद्धि और कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता को दिखता है। इसे ईपीएफओ की प्रभावी आउटरीच पहलों द्वारा बल मिला है।
ईपीएफओ ने अगस्त 2024 में लगभग 9 लाख 30 हज़ार नए सदस्यों को नामांकित किया। जो अगस्त 2023 में पिछले वर्ष की तुलना में नए सदस्यों में 0.48 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। नई सदस्यता में यह उछाल रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता औ रईपीएफओ के सफल आउटरीच कार्यक्रमों के कारण है।
इस आयु वर्ग का समूह सबसे ज्यादा
डेटा का एक उल्लेखनीय पहलू 18 से 25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है। जो अगस्त 2024 में शामिल किये गए कुल नए सदस्यों का महत्वपूर्ण 59 दशमलव 26 प्रतिशत है। इसके अलावा अगस्त 2024 के लिए 18 से 25 आयु वर्ग के लिए शुद्ध पेरोल डेटा 8 लाख 6 हज़ार है। यह पहले के रुझान के अनुरूप है, यह दर्शाता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं और मुख्य रूप से पहली बार नौकरी चाहने वाले।
फिर से जुड़ने वाले सदस्य
पेरोल डेटा से पता चलता है कि लगभग 13 लाख 54 हज़ार सदस्य ईपीएफओ से बाहर निकल गए और फिर से इसमें शामिल हो गए। यह आंकड़ा अगस्त 2023 की तुलना में साल-दर-साल 14 दशमलव 03 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना। इससे दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण की रक्षा हुई और उनकी सामाजिक सुरक्षा सुरक्षा का विस्तार हुआ।
महिला सदस्यता में बढ़ोतरी
पेरोल डेटा के जेंडर-वार विश्लेषण से पता चलता है कि महीने के दौरान शामिल नए सदस्यों में से लगभग 2 लाख 53 हज़ार नई महिला सदस्य हैं। यह आंकड़ा अगस्त 2023 की तुलना में साल-दर-साल 3 दशमलव 75 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इसके साथ ही महीने के दौरान शुद्ध महिला सदस्य जुड़ाव लगभग 3 लाख 79 हज़ार रहा। यह अगस्त 2023 की तुलना में 10.41 प्रतिशत की साल दर साल वृद्धि को दर्शाता है। महिला सदस्यों में वृद्धि अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर व्यापक बदलाव का संकेत है।
विभिन्न राज्यों की यह रही स्थिति
पेरोल डेटा का राज्यवार विश्लेषण दर्शाता है कि शीर्ष पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सदस्य वृद्धि कुल सदस्य वृद्धि का लगभग 59.17 प्रतिशत है। यह महीने के दौरान कुल लगभग 10 लाख 97 हज़ार सदस्य जोड़ता है। सभी राज्यों महाराष्ट्र महीने के दौरान 20.59 प्रतिशत सदस्यों को जोड़कर अग्रणी स्थान पर है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने व्यक्तिगत रूप से महीने के दौरान कुल सदस्यों का 5 प्रतिशत से अधिक जोड़ा है ।
उद्योगवार इस तरह रहे रुझान
उद्योगवार डेटा की महीने-दर-महीने तुलना उद्योगों में लगे प्रतिष्ठानों में काम करने वाले सदस्यों में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाती है जैसे कि ट्रेडिंग – वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, इंजीनियर। ठेकेदार, भवन और निर्माण उद्योग, कृषि फार्म, बीड़ी बनाना आदि। कुल शुद्ध सदस्यता में से लगभग 40.36 प्रतिशत वृद्धि विशेषज्ञ सेवाओं (जिसमें जनशक्ति आपूर्तिकर्ता, सामान्य ठेकेदार, सुरक्षा सेवाएँ, विविध गतिविधियाँ आदि शामिल हैं) से है।
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