Indore-Manmad Railway Line: इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू, भौतिक सर्वेक्षण दिसंबर तक

Indore-Manmad Railway Line: मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बीच बिछने वाली इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन परियोजना इन दोनों राज्यों के बीच रेल कनेक्टिविटी को मजबूती देगी। हाल के महीनों में इस प्रोजेक्ट में तेजी आई है और कई अहम निर्णय लिए गए हैं। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इस लाइन से मालवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ मिलेगा। साथ ही आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में भी बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी।

इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन की स्थिति

अब इस रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू हो चुका है। इंदौर और मनमाड़ के बीच करीब 309 किलोमीटर लंबी इस लाइन के लिए दिसंबर तक भौतिक सर्वेक्षण पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। इस परियोजना से इंदौर और मनमाड़ के बीच यात्रा आसान होगी और दोनों राज्यों के बीच आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।

Indore-Manmad Railway Line: इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू, भौतिक सर्वेक्षण दिसंबर तक

मालवा क्षेत्र की बनेगी लाइफ लाइन

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को मालवा के लिए जीवनरेखा बताया जा रहा है। इस रेल परियोजना के बन जाने से मालवा क्षेत्र के लोगों को सुविधाजनक यात्रा मिलेगी और प्रदेश के आदिवासी इलाकों में पहली बार सीधी रेल सुविधा उपलब्ध होगी। इससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

इंदौर से मुंबई की दूरी होगी कम

नई रेलवे लाइन के निर्माण के बाद इंदौर से मुंबई की दूरी लगभग 300 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। वर्तमान में इंदौर से मुंबई तक जाने के लिए उज्जैन और रतलाम से होकर लंबा मार्ग तय करना पड़ता है, लेकिन इस लाइन के बन जाने से यात्रा का समय और दूरी दोनों कम हो जाएंगे।

Indore-Manmad Railway Line: इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू, भौतिक सर्वेक्षण दिसंबर तक

व्यापार और अर्थव्यवस्था को फायदा

इंदौर और महाराष्ट्र के बीच सबसे अधिक व्यापार होता है। इस नई रेलवे लाइन से मालगाड़ियों का संचालन आसान होगा और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। इससे इंदौर का व्यापारिक महत्व और बढ़ेगा और माल परिवहन की लागत में भी कमी आएगी।

लाखों लोगों को सीधी कनेक्टिविटी

इस परियोजना से लगभग 30 लाख लोग सीधे रेल नेटवर्क से जुड़े होंगे। रेलवे के अनुसार, इस परियोजना को 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कदम आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों के लोगों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

बनाए जाएंगे 34 रेलवे स्टेशन

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन में कुल 34 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके अलावा, लगभग 20 किलोमीटर लंबी सुरंग (टनल) का निर्माण किया जाएगा, जो इस परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता है। साथ ही कई पुल और आधुनिक संरचनाएं भी तैयार की जाएंगी।

77 गांवों से की जा रही भूमि अधिग्रहित

नई रेलवे लाइन के लिए मध्य प्रदेश के तीन जिलों में 77 गांवों की भूमि अधिग्रहित की जा रही है। इसकी प्रक्रिया जनवरी से शुरू हुई थी और अक्टूबर 2025 के बाद अधिग्रहण कार्य में तेजी आई है।

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन परियोजना न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि मालवा और मध्य प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह परियोजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने के साथ ही लाखों लोगों के जीवन में नया बदलाव लाएगी।

सोशल मीडिया पर बैतूल अपडेट की खबरें पाने के लिए फॉलो करें-

देश-दुनिया की ताजा खबरें (Hindi News Madhyapradesh) अब हिंदी में पढ़ें| Trending खबरों के लिए जुड़े रहे betulupdate.com से| आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करें betulupdate.com

Leave a Comment