fertilizer testing : नई दिल्ली। अभी तक होता यह था कि किसान दुकानों से उर्वरक ले लेते थे और उपयोग भी कर लेते थे। उसके बाद कहीं उर्वरकों की रिपोर्ट आती थी। इनमें से कई सेम्पल अमानक पाए जाते थे। इससे किसान दोहरे नुकसान से बच सकेंगे।
अभी जो व्यवस्था है उसमें खाद-बीज के नमूनों की रिपोर्ट काफी देरी से आती है। दूसरी ओर समय पर किसान खाद लेकर उनका उपयोग भी कर लेते थे। बाद में पता चलता था कि उन्होंने जो उर्वरक उपयोग में लिया है वह अमानक है।
इससे होता यह था कि एक ओर जहां उर्वरक खरीदने में उन्हें मोटी रकम लग चुकी थी वहीं उस उर्वरक के कारण फसल भी नहीं होती थी। इससे लागत भी नहीं निकल पाती थी। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। इससे किसान दोहरे नुकसान से भी बच सकेंगे।
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दरअसल, आज केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की जिन चार महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया, उनमें उर्वरक नमूना परीक्षण के लिए सीएफक्यूसीटीआई (केंद्रीय उर्वरक गुणवत्ता नियंत्रण और प्रशिक्षण संस्थान) के पोर्टल का शुभारंभ भी शामिल है।
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इस रूप में हुई थी शुरूआत (fertilizer testing)
उर्वरक नमूना परीक्षण के लिए सीएफक्यूसीटीआई पोर्टल- किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं उत्पादन, आपूर्ति और वितरण पर नियंत्रण करने की दृष्टि से कृषि मंत्रालय द्वारा केंद्रीय उर्वरक गुणवत्ता नियंत्रण और प्रशिक्षण संस्थान (सीएफक्यूसीटीआई) प्रयोगशाला स्थापित की गई। इसका लक्ष्य आयातित उर्वरकों की गुणवत्ता को नियंत्रित करना है।
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बंदरगाह पर ही ले लेते सेम्पल (fertilizer testing)
सीएफक्यूसीटीआई पोर्टल को वर्ष 2014-15 में बंदरगाहों पर आयातित उर्वरकों के नमूने लेने, नमूनों की सिस्टम कोडिंग/डिकोडिंग व आयातकों को सीधे ऑनलाइन विश्लेषण रिपोर्ट भेजने के उद्देश्य से तैयार किया गया, ताकि किसानों को आपूर्ति से पहले उनके उत्पाद की गुणवत्ता जानने में होने वाले विलंब से बचाया जा सकें।
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अब पोर्टल को दिया नया रूप (fertilizer testing)
अब इस पोर्टल को नया रूप दिया गया है। बंदरगाहों पर नमूना संग्रहण व परीक्षण हेतु वन टाइम पासवर्ड/एसएमएस एप शुरू किया गया है। सिस्टम इसे आयातक के अधिकृत व्यक्ति के मोबाइल पर भेजेगा, जिसमें व्यक्ति निर्धारित फॉर्म में निरीक्षक द्वारा भरे विवरणों को सत्यापित कर सकता है।
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रेंडम बेसिस पर भेजेंगे नमूने (fertilizer testing)
सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से रेन्डम बेसिस पर प्रयोगशालाओं को नमूना आवंटित किया जाएगा और विश्लेषण रिपोर्ट सिस्टम के माध्यम से आयातक के अधिकृत व्यक्ति की ई-मेल आईडी पर या सीधे आयातक को, जैसा भी मामला हो, जारी की जाएगी।
दूसरे चरण में, पोर्टल को बंदरगाहों/डीलर बिक्री स्थान आदि पर लाइव सैंपलिंग सहित स्वदेशी रूप से निर्मित उर्वरकों के नमूने के लिए अपडेट किया जा सकता है।
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