Banjhpan Ke Kaaran : लापरवाह खान पान और देर रात तक जागने से बढ़ रहा बांझपन: डॉ. चंचल शर्मा

Banjhpan Ke Kaaran : नई दिल्ली। आजकल लोगों का वर्कलोड इतना बढ़ गया है कि उसे बैलेंस करने के लिए वो वीकेंड का इंतजार करते रहते हैं। जैसे ही फ्राइडे नाईट हमारे दरवाजे पर दस्तक देती है, हर बड़े शहर के क्लब्स में लोगों की भीड़ लग जाती है। सभी लोग अपना स्ट्रेस कम करने के लिए और काम से छुटकारा पाने की ख़ुशी में नाईट लाइफ एन्जॉय करने निकल जाते हैं। वहाँ वो अनलिमिटेड स्मोकिंग और ड्रिंकिंग में ऐसे संलिप्त हो जाते हैं कि उससे होने वाले नुकसान के बारे में सोचते भी नहीं हैं।

आशा आयुर्वेदा की इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉक्टर चंचल शर्मा बताती हैं कि आप यह सुनकर चौंक जाएंगे कि किस तरह यह कूल दिखने वाली आदतें आपको भविष्य में बहुत बुरे दिन भी दिखा सकती है। जिन लोगों की अभी शादी नहीं हुई है या बच्चे नहीं हुए हैं, उन्हें तो एकदम सावधान हो जाना चाहिए। क्योंकि उनकी यह लापरवाही, माता-पिता बनने के उनके हसीन सपने के मार्ग में बाधक साबित हो सकती है।

Banjhpan Ke Kaaran : लापरवाह खान पान और देर रात तक जागने से बढ़ रहा बांझपन: डॉ. चंचल शर्मा
डॉक्टर चंचल शर्मा

जो लोग सिर्फ वीकेंड्स पर नशीली पदार्थों का सेवन करते हैं वो फिर भी कुछ हद तक खतरे से बाहर हैं लेकिन जो लोग रेगुलर बेसिस पर अन्हेल्थी खाना खाते हैं और स्मोकिंग करते हैं उनके लिए यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खाने पीने के साथ सोने के समय से भी आपकी फर्टिलिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

सोने के समय का भी प्रभाव (Banjhpan Ke Kaaran)

आजकल देर रात तक जग कर काम करना या फोन चलाना इतनी सामान्य सी बात हो गई है कि एक ही घर में बैठे चार लोग आपस में बात न करके फोन में लगे रहते हैं और स्क्रॉल करते-करते एक दो बजे तक सोते हैं।

चार गुना बढ़ेगी इनफर्टिलिटी (Banjhpan Ke Kaaran)

एक हेल्दी जीवनशैली किस हद तक आपको भविष्य में होने वाले खतरे से बचा सकती है इस बात का अंदाजा आप फर्टिलिटी सर्विस मार्केट कि रिपोर्ट से लगा सकते हैं, जिसमें बताया गया है कि 2031 में फर्टिलिटी का मार्केट कुछ इस तरह बढ़ेगा कि 90.79 बिलियन लोग इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे होंगे जो 2021 की तुलना में चार गुना ज्यादा है।

उस भीड़ से बचना जरुरी (Banjhpan Ke Kaaran)

लोगों को यह बात समझनी होगी कि इनफर्टिलिटी के बढ़ते मार्केट को बूस्ट करने की जिम्मेदारी आपकी नहीं है बल्कि आपको उस भीड़ से बचने की कोशिश करनी है। क्यूंकि आज जो आदतें आपको अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं कल उन्हीं की वजह से अलग-अलग डॉक्टर्स के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं और उनके परामर्श पर थेरेपी, दवाई, सर्जरी आदि का सहारा लेना हो सकता है।

इन्हें करें दिनचर्या में शामिल (Banjhpan Ke Kaaran)

वक्त रहते अपनी आदतों में सुधार लाएं और अपने आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करें, नशीली पेय पदार्थों और धूम्रपान से परहेज करें। रात को समय पर सोने की कोशिश करें और नियमित रूप से योग, व्यायाम आदि करें।

सबसे सही आयु यह है (Banjhpan Ke Kaaran)

फर्टिलिटी के लिए सबसे सही उम्र 20-35 वर्ष की आयु है, लेकिन आजकल कॅरियर को लेकर युवक युवतियों के अंदर जागरूकता बढ़ गई है जिसकी वजह से कई बार शादी में देर हो जाती है और फिर बच्चे होने में भी।

इसके बाद बढ़ते हैं जोखिम (Banjhpan Ke Kaaran)

35 की उम्र के बाद धीरे-धीरे फर्टिलिटी कम होने लगती है और जोखिम बढ़ने लगते हैं। ऐसे में स्पर्म और एग मिलने के बाद भी नैचुरली फर्टिलाइज नहीं हो पाते हैं। इसलिए आपको अपनी जीवन शैली में बदलाव लाना होगा ताकि आप भविष्य की इन समस्यों से सफलतापूर्वक अपना बचाव कर सकें।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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