Sone me nivesh : सोने में निवेश का एक और मौका, एक ग्राम से लेकर चार किलोग्राम तक खरीद सकते हैं, इतना मिलता है मुनाफा
देशवासियों को सोने में निवेश (investing in gold) का एक और मौका मिल रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme) की बिक्री के दूसरे चरण की तारीखों की घोषणा कर दी है। योजना की दूसरी सीरीज 22 अगस्त को शुरू होगी और 26 अगस्त को अंतिम दिन होगा। फिलहाल किस दाम पर गोल्ड बॉन्ड जारी किए जाएंगे, उसकी घोषणा नहीं हुई है। आरबीआई (RBI) में पहली सीरीज इस साल 20 जून से 24 जून तक शुरू की थी।
योजना के तहत खरीद सकते इतना सोना
इस योजना के तहत सरकार निवेशकों को फिजिकल गोल्ड नहीं देती, बल्कि सोने में निवेश करने का अवसर देती है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें निवेशक एक वित्त वर्ष में एक ग्राम से लेकर चार किलोग्राम तक सोना खरीद सकता है। ट्रस्ट और विश्वविद्यालयों जैसी संस्थाओं की ऊपरी सीमा 20 किलोग्राम है।
निवेश पर इतना मिल रहा रिटर्न
अगर निवेश पर रिटर्न की बात करें तो पिछले एक साल में सोने ने 7.37 फीसदी मुनाफा अपने निवेशकों को दिया है। बॉन्ड की अवधि कुल 8 वर्ष होती है। निवेशकों चाहें तो पांचवें वर्ष के बाद बॉन्ड से बाहर निकलने सकते हैं।
किन लोगों के लिए है यह योजना
सरकार ने नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की शुरुआत की थी। ये बांड निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार, न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जाते हैं। डिजिटल माध्यम से गोल्ड बॉन्ड के लिए आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को निर्गम मूल्य पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट रहेगी। यानी अगर 10 ग्राम खरीदें तो 500 रुपये का तुरंत फायदा। निवेशकों को निर्धारित मूल्य पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज छमाही आधार पर दिया जाएगा।
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सुरक्षा की नहीं कोई चिंता
इस सोने को चोर नहीं चुरा सकता। इसकी वजह यह है कि निवेशक को सोने को भौतिक रूप से स्टोर करने या रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा, निवेशक को बॉन्ड की परिपक्वता पर सोने का मौजूदा बाजार मूल्य मिलता है। यह बॉन्ड बहुत ही आकर्षक होते हैं। इसलिए सभी इसे खासा पसंद भी करते हैं।