Betul Election News : विधायक निलय विनोद डागा के प्रयासों से किसानों की राह हुई आसान : पंडित नरेंद्र शुक्ला

Betul Election News : विधायक निलय विनोद डागा के प्रयासों से किसानों की राह हुई आसान : पंडित नरेंद्र शुक्ला
Betul Election News : विधायक निलय विनोद डागा के प्रयासों से किसानों की राह हुई आसान : पंडित नरेंद्र शुक्ला

कई पीढ़ियों से 8 महीने तक कीचड़ से भरी कच्ची सड़क के कारण खेती करने में झेल रहे थे परेशानी

Betul Election News : बैतूल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित नरेंद्र शुक्ला ने बयान जारी करते हुए बताया कि आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी बैतूल विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसान वर्ष के 12 महीने में से आठ माह तक कीचड़ से सनी कच्ची सड़कों के कारण मुसीबत झेलने के लिए मजबूर हो रहे थे। बैतूल विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के बाद निलय विनोद डागा ने किसानों का दर्द स्वयं महसूस किया। उन्होंने अपने विधायक कार्यकाल में सबसे पहला काम किसानों की इस परेशानी को दूर करने के लिए किया।

विधायक को जब पता चला कि बैतूलबाजार नगर में निवास करने वाले किसानों को चिखल्या में स्थित उनके खेत तक पहुंचने के लिए कीचड़ से ही गुजरना पड़ता है। वर्षाकाल के चार माह और उसके बाद नहर का पानी मार्ग पर आने से ठंड के चार महीने सड़क से बैलगाड़ी तक नहीं जा पाती है। यही हाल आरूल से सोहागपुर के बीच के रास्ते, बैतूलबाजार से सिंगनवाड़ी और भड़ूस गांव से पांगरा के बीच की कच्ची सड़क के कारण हो जाते हैं। ऐसे में विधायक ने किसानों को कई पीढ़ियों से उठाई जा रही परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए पक्की सड़कों का निर्माण कराने का बीड़ा उठाया।

अब इन सड़कों के बन जाने से किसान वर्ष भर अपने खेत बाइक, चार पहिया वाहन और बैलगाड़ी से बिना किसी परेशानी के आना जाना कर रहे हैं। आरूल गांव के किसानों को सोहागपुर में स्थित शुगर मिल तक गन्ना पहुंचाने के लिए सड़क के खस्ताहाल होने से करीब 10 किमी दूरी का लंबा फेरा लगाना पड़ता था। अब आरूल से सोहागपुर के बीच तीन किमी की डामरीकृत सड़क बन गई है इससे किसान आसानी के साथ शुगर मिल तक गन्ना पहुंचाने लगे हैं। यही स्थिति सिंगनवाड़ी गांव के किसानों की भी है। उन्हें भी पक्की सड़क की सौगात मिल गई है जिससे किसानों को राहत मिली है।

 

विधायक निलय विनोद डागा ने बैतूल बाजार के अंबेडकर वार्ड से चिखलदा आठनेर रोड (भोगीतेढ़ा)चौराहे तक 2.80 किलोमीटर की सड़क जिसकी लागत 298. 88 लाख रुपए से बनवाई। इसके साथ ही ग्राम पंचायत आरुल से सोहागपुर रोड मेंढा तक डामरीकरण मार्ग का निर्माण इसकी लंबाई 3 किलोमीटर का निर्माण लागत 294.92 लाख रुपये से कराया। ग्राम सिंगनवाड़ी से फोर लेन बैतूल बाजार तक डामर रोड 3 किलोमीटर बनवाई जिसकी लागत 216.44 लाख रुपये है। भडूस से पांगरा -भयावाड़ी मार्ग 5.7 किलोमीटर का निर्माण कराया जिसकी लागत 249.19 लाख रुपये है।उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक स्व विनोद डागा ने भी अपने विधायक कार्यकाल में गांव-गांव को पक्की सड़क से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कराया था।

विकास मिश्रा मुख्यमंत्री को निपटाने में लगे है, उन्होंने पूछा कि जर्जर स्कूल भवनों के लिए कौन जिम्मेदार: प्रशांत राजपूत

बैतूल। कांग्रेस के ब्लाक कार्यवाहक अध्यक्ष प्रशांत राजपूत ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा ने विकास मिश्रा को भाजपा गंज मंडल का अध्यक्ष बनाकर भले ही बड़ी जिम्मेदारी दी हो लेकिन उनका बचपना अभी गया नहीं है। उनकी अज्ञानता हंसी का पात्र बन गई है। विकास मिश्रा ने फेसबुक पर जर्जर स्कूल भवनों की फोटो डालकर पूछा है कि इसका कौन जिम्मेदार है तो विकास मिश्रा को ही पता होना चाहिए की प्रदेश में 18 साल से भाजपा की सरकार है तो इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ही जिम्मेदार हैं। जिन्होंने जर्जर स्कूल भवन को नया बनवाने के लिए या मरम्मत के लिए पैसा नहीं दिया है। इसका सीधा मतलब यही निकलता है कि विकास मिश्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निपटाने में लग गए हैं।

श्री राजपूत ने कहा कि यह बात तो किसी से छिपी नहीं है कि विकास मिश्रा ठेकेदार परिवार से ताल्लुक रखते हैं और ठेकेदारी के काले पीले कामों में पर पर्दा डालने के लिए राजनीति करते हैं। अब उन्हें इतनी समझ नहीं है कि मध्य प्रदेश में पिछले 18 साल से भाजपा की सरकार है और चार बार शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बन चुके हैं। विकास के दावों के साथ वे विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं और उनके विकास की पोल मंडल अध्यक्ष विकास मिश्रा खुद ही खोल रहे हैं।

सब जानते हैं कि भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल के बहुत ही करीबी माने जाने वाले मंडल अध्यक्ष विकास मिश्रा ने पूछा तो सही है कि सरकारी स्कूल भवन जर्जर हो गए हैं। उसके लिए कौन जिम्मेदार है, इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को देना पड़ेगा। वैसे बैतूल जिले में ऐसे सैकड़ों सरकारी स्कूल भवन हैं जो जर्जर हो गए और बच्चे कही टीन शेड में पढ़ रहे है तो कहीं अपनी जान जोख़िम में डाल कर जर्जर भवन में पढ़ रहे हैं।

विकास मिश्रा आपसे सवाल है कि सरकारी स्कूल भवन जल्दी जर्जर क्यों हो जाते हैं क्योंकि आप जैसे ठेकेदार इनको बनाते हैं और राजनीति के कारण इनकी गुणवत्ता की जांच नहीं हो पाती है। वैसे भी भाजपा की सरकार ठेकेदारों की सरकार है यहां पर राजनीति में सेवा करने नहीं सरकारी विभागों में ठेके के कार्य लेना होता है। आपकी तो सरकार है आप अधिकारियों से पूछ लो कब से बजट नहीं आया है जर्जर भवनों की मरम्मत के लिए आरोप लगाना आसान होता है। अब जनता ही ठेकेदारों की पार्टी बीजेपी को जवाब देगी।

वैसे विकास मिश्रा आपकी गलती नहीं है शिवराज सिंह चौहान का विरोध बैतूल का एक राजनैतिक परिवार पहले से ही करता आ रहा है जिससे आप जुड़े हो। इस परिवार ने शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश की राजनीति में आगे बढ़ने से रोका है ये भी सबको पता है। आपकी फेसबुक पर डली पोस्ट के भी मायने निकाले जा रहे हंै कि कही इसी परिवार के इशारे पर आप शिवराज सिंह चौहान का विरोध तो नहीं कर रहे हो ।

महूपानी में आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन पर कब्जा किया हेमंत खंडेलवाल ने : हेमंत सरियाम

बैतूल। जिले में आदिवासियों के हित के लिए हमेशा खड़े रहने वाले युवा नेता ने बैतूल विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल पर गंभीर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने महुपानी समेत जिले की कई जमीनों पर अवैध कब्जा कर आदिवासियों का हक छीना है।

बैतूल विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी हेमंत सरियाम ने बयान जारी करते हुए आरोप लगाया कि विधायक रहते हुए हेमंत खंडेलवाल ने सिर्फ अपना विकास किया और शासन की भारी सबसिडी का लाभ लेते हुए महुपानी का पूरा जंगल पहाड़ सब पर अवैध कब्जा कर लिया है। राजस्व विभाग के कर्मचारियों पर दबाव डालकर राजस्व रिकार्ड में भारी हेराफेरी की है।

यदि 50-100 साल का रिकार्ड निकाला जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। अवैध कटाई भी भारी मात्रा में हुई है लेकिन वन विभाग गरीब आदिवासियों पर तो मामला तुरंत बना देता है लेकिन भाजपा के हेमंत खंडेलवाल के खिलाफ कोई कार्रवाई शिकायत करने के बाद भी नहीं की है। भाजपा की सरकार रहने के बावजूद बैतूल ब्लाक में पैसा एक्ट पर विशेष ध्यान नहीं दिया। आदिवासी नेता श्री सरेयाम ने कहा कि वे पूरे मामले की लिखित शिकायत चुनाव आयोग को करने के साथ पुलिस को भी कर रहे हैं।

कांग्रेस ने की थी कर्ज माफी, दी थी एक रुपये प्रति यूनिट बिजली: सावरकर

कांग्रेस ने की थी कर्ज माफी, दी थी एक रुपये प्रति यूनिट बिजली: सावरकर
कांग्रेस ने की थी कर्ज माफी, दी थी एक रुपये प्रति यूनिट बिजली: सावरकर

बैतूल/आठनेर। आठनेर चुनाव कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार नगरीय क्षेत्र में ग्रामीण महिला अध्यक्ष किरण संजय सावरकर के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिला वर्ग कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी और बैतूल विधायक निलय विनोद डागा के लिए समर्थन मांग रही है। इस दौरान भारी संख्या में महिलाओं ने नगर के विभिन्न वार्डों में पहुंचकर निलय विनोद डागा को जनसमर्थन प्रदान करने के लिए आशीर्वाद मांगा। ग्राम मांडवी में घर घर पहुंचकर महिलाओ ने कांग्रेस के वचन पत्र के मुताबिक नारी सम्मान योजना, किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं से ग्रामीणों को अवगत कराया।

कांग्रेस ने की थी कर्ज माफी, दी थी एक रुपये प्रति यूनिट बिजली: सावरकर
कांग्रेस ने की थी कर्ज माफी, दी थी एक रुपये प्रति यूनिट बिजली: सावरकर

महिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष किरण संजय सावरकर ने बताया कि निलय भैया के पक्ष में वोट करने के लिए लोगों से लगातार अपील की जा रही है। वहीं जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस पार्टी के द्वारा अपनी सरकार के वक्त जो सुविधाएं दी जा रही थी। उससे अवगत कराते हुए बताया कि कांग्रेस के शासनकाल में किसानों की कर्ज माफी का फैसला सबसे पहले लिया गया था। लाखों किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाई थी।

किसानों के दिए गए वचनों के मुताबिक इतिहास गवाह है कि, कांग्रेस ने आम नागरिकों को 1रुपये प्रति यूनिट बिजली प्रदान कर बड़ी राहत प्रदान की थी। 100 यूनिट तक बिजली बिल मात्र 100 रुपये देना पड़ता था। इस बार फिर मौका आ गया है। कांग्रेस की सरकार बनाने का और सुविधाएं ओर राहत प्राप्त करने का। इसलिए कांग्रेस प्रत्याशी निलय विनोद डागा को आशीर्वाद देकर उन्हें विजय बनाना है।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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