Indore Scam मध्य प्रदेश में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। देश के सबसे साफ शहर का खिताब लगातार जीत रहे शहर इंदौर में ड्रेनेज लाइन बिछाने के नाम पर घोटाला हो गया। ठेकेदारों ने ड्रेनेज लाइन बिछाए बिना नगर निगम के सामने 58 करोड़ रुपए का फर्जी बिल पेश कर दिया। इस मामले में ठेकेदारों को 34 करोड़ रुपए के बिल का भुगतान भी कर दिया गया है। मामला सामने आने के बाद अब पुलिस ठेकेदारों और सरकारी कर्मचारियों के बीच मिलीभगत की जांच कर रही है। मामला सामने आने के बाद अब पुलिस ठेकेदारों और सरकारी कर्मचारियों के बीच मिलीभगत की जांच कर रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त (DCP) पंकज कुमार पांडे ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि बीते कुछ सालों में ड्रेनेज लाइन बिछाने के नाम पर इंदौर नगर निगम में ठेकेदारों ने लगभग 58 करोड़ रुपये के फर्जी बिल पेश किए। उन्होंने बताया कि इसमें से 34 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान कर दिया गया है। पंकज कुमार ने बताया कि आरोपियों के बैंक खातों में जमा कुल 70 लाख रुपये के लेन-देन पर रोक लगा दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों की संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई के लिए उनकी संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
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डीसीपी ने बताया कि पुलिस का 12 सदस्यीय दल आरोपियों के दूसरे बैंक खातों और लॉकर के बारे में भी जांच कर रहा है। इस मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि फर्जी बिIndore Newsल घोटाले में अब तक छह ठेकेदारों और एक कार्यपालन इंजीनियर समेत पांच सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पांच फरार ठेकेदारों की तलाश की जा रही है। इस मामले पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की संपत्तियों की जांच की जा रही है। इसके बाद उनपर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
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