Greenfield Highway MP: एमपी में 5017 करोड़ के इस ग्रीनफील्ड हाईवे का प्रोजेक्ट अटका, लोग हुए मायूस

Greenfield Highway MP: मध्यप्रदेश में इस समय एक्सप्रेसवे से लेकर नेशनल हाईवे तक के तेजी से निर्माण के कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ जहां पूरे होने को हैं तो कुछ के काम आधे हो चुके हैं। कई बड़े प्रोजेक्ट की सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी है और बस काम चालू होने वाला है। ऐसे ही एक 5017 करोड़ रुपये का एक बड़ा प्रोजेक्ट फिलहाल अधर में लटक गया है। इससे उस क्षेत्र के लोग मायूस नजर आ रहे हैं।

मध्यप्रदेश में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ के मद्देनजर उज्जैन क्षेत्र में सड़कों के विकास पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। इसी तारतम्य में 5017 करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन से जावरा के बीच 102 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड हाइवे भी बनना है। इस एक्सेस कंट्रोल्ड हाइवे का टेंडर मप्र रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने रद्द कर दिया है। अब इस हाइवे के लिए दोबारा टेंडर निकाला जाएगा। एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने टेंडर रद्द किए जाने की पुष्टि की है।

सीएम मोहन यादव ने की थी घोषणा (Greenfield Highway MP)

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 जनवरी 2024 को सीएम बनने के बाद पहली बार नागदा आए थे। नागदा के मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में उनका कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इसी कार्यक्रम में उन्होंने यह ग्रीनफील्ड हाईवे बनाने की घोषणा की थी।

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इतनी राशि की गई थी स्वीकृत (Greenfield Highway MP)

इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने मार्च 2024 में 5017 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी। इनमें 557 करोड़ रुपये सड़क विकास निगम व 4460 करोड़ रुपए राज्य सरकार के बजट से खर्च किया जाना तय हुआ है। इसके बाद एमपीआरडीसी ने 8 अप्रैल 2025 तक निविदा आमंत्रित की थी। जिसमें 13 कंपनियों ने टेंडर डाले थे।

बंसल कंपनी को मिला था प्रोजेक्ट (Greenfield Highway MP)

इसके साथ ही सरकार ने 500 पेज की डीपीआर बनाकर भी भेजी थी। यह टेंडर बंसल कंस्ट्रक्शन वर्क प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खुला था। नियम और शर्तों के अनुसार संबंधित निर्माण एजेंसी को दो साल में काम पूरा करना था। हालांकि यह काम शुरू हो पाता, उससे पहले सरकार ने अचानक टेंडर रद्द कर दिया। यह टेंडर क्यों रद्द किया है, इसकी अधिकृत जानकारी एमपीआरडीसी के अधिकारियों के पास भी नहीं हैं।

दिल्ली-मुंबई का सफर 10 घंटे में (Greenfield Highway MP)

इस ग्रीनफील्ड हाइवे के बनने के बाद उज्जैन से दिल्ली या मुंबई तक का सफर 10 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए सितंबर 2024 में उज्जैन के गांवों से जमीन अधिग्रहण शुरू हुआ था और मार्च 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य था। मगर किसानों की तरफ से जमीन के बदले मुआवजा या रोड के डिजाइन को लेकर आई आपत्ति व तकनीकी कारणों के चलते काम रुक गया था। (Greenfield Highway MP)

आधा सैकड़ा गांवों से गुजरेगा हाइवे (Greenfield Highway MP)

यह हाइवे 49 से अधिक गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें नागदा, खाचरौद, उन्हेल तहसील के 30 गांव शामिल है। इनमें निंबोदिया खुर्द, पांसलोद, भाटीसुडा, आक्यानजीक, झिरनिया, पिपलिया डाबी, लसुडिया चुवंड, पिपलियाशीष, नवादा, कुंडला, नागझिरी, भाटखेडी, बंजारी, टुमनी, मीण, घिनौदा आदि गांव समिलित है। (Greenfield Highway MP)

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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