Gold Price: आज कल शादियों का सीजन चल रहा है। शादियों में सोने की खरीदी का अपना एक अलग ही महत्व है। ऐसे में जिन घरों में भविष्य में शादियां होना है उनकी और सोने में इन्वेस्ट (invest in gold) करने वालों की रोज सुबह सोने के भाव (gold price) पर विशेष तौर पर नजर रहती है। उनकी रूचि यही देखने में रहती है कि आज सोने का भाव बढ़ा या कम हुआ।
अब सवाल यह उठता है कि बाकी चीजों के भावों के मामले में तो ऐसा नहीं होता। कोई वस्तु बन गई और उसकी कीमत तय हो गई तो वह उसी कीमत पर बिकेगी। फिर भला सोना और चांदी की कीमत (silver price) में ऐसा क्यों है कि इनकी कीमतों में रोजाना बदलाव होता है, कभी यह बढ़ जाते हैं तो कभी कम हो जाते हैं? आज इस आर्टिकल में इसी बारे में विस्तार से जानेंगे। (Gold Price)
एमसीएक्स के आधार पर स्पॉट प्राइस (Gold Price)
दरअसल, किसी भी शहर में सोना किस भाव पर बिकेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां के ज्वेलर्स सोना किस भाव पर खरीद रहे हैं। यह ज्वेलर्स जिस भाव पर सोना खरीदते हैं, उसे स्पॉट रेट (gold spot rate) यानी हाजिर भाव कहा जाता है।
अब सवाल यह उठेगा कि स्पॉट प्राइस कौन तय करता है… तो बता दें कि जिस भाव पर सोना मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर ट्रेड कर रहा होता है, उस आधार पर स्पॉट प्राइस तय होता है। (Gold Price)

एमसीएक्स पर कैसे तय होती है कीमत (Gold Price)
सवालों की इस श्रृंखला में अगला सवाल यह आएगा कि एमसीएक्स पर सोने की कीमत कैसे तय होती है। दरअसल, एमसीएक्स पर सोने की कीमत तय करने के पीछे कई कारक होते हैं। यह हैं- भारतीय बाजारों में सोने की मांग, आपूर्ति के आंकड़े और वैश्विक बाजार (Globle Market) में महंगाई। इन सभी बिंदुओं के आधार पर ही सोना और चांदी सहित अन्य मूल्यवान धातुओं की कीमत तय होती है। (Gold Price)

बीएमए से किया जाता है को-ऑर्डिनेशन (Gold Price)
एमसीएक्स पर सोने की कीमत तय करने से पहले बुलियन मार्केट एसोसिएशन (BMA) से को-ऑर्डिनेशन किया जाता है। बीएमए का मुख्यालय लंदन में है। इसके बाद गोल्ड प्राइस तय होती है। वहीं एमसीएक्स पर जो सोने के भाव तय होते हैं उसमें जीएसटी, लागत और लेवी भी शामिल होती है। (Gold Price)
बड़ी घटनाओं का भी पड़ता है असर (Gold Price)
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर बड़ी घटनाओं का भी असर पड़ता है। इनमें आर्थिक के अलावा राजनीतिक फैसले भी शामिल हैं। जैसे रूस और यूके्रन युद्ध (russia and ukraine war) के समय में सोने के भाव में शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। वहीं वर्तमान में अमेरिका-चीन और अन्य देशों के साथ टेरिफ वार (tariff war) के चलते इसमें गिरावट का रूख देखा जा रहा है। (Gold Price)

अलग-अलग देशों में अलग-अलग रेट (Gold Price)
आपने यह भी सुना होगा कि सोना किसी देश में सस्ता है तो किसी देश में महंगा रहता है। अब एक सवाल और खड़ा होता है कि ऐसा क्यों? इसका जवाब यह है कि वर्ष 2015 से पहले केवल लंदन में सोने की कीमत तय होती थी। मार्च 2015 में लंदन में बुलियन मार्केट एसोसिएशन का न्यू यूनिट बनाया गया। इसका संचालन आईसीई प्रशासनिक बेंचमार्क करती है। यह यूनिट ही सभी देशों के संगठनों से मिलकर सोने का भाव तय करती है। इसी के चलते कहीं सस्ता तो कहीं महंगा सोना रहता है। (Gold Price)
अलग शहरों में भी कीमत कम-ज्यादा (Gold Price)
हम देखते हैं कि भारत के शहरों में भी सोने की कीमत अलग-अलग होती है। इसकी वजह यह है कि अलग-अलग शहरों के लिए उस शहर के सर्राफा एसोसिएशन द्वारा कीमत तय की जाती है। उन्हें जिस स्पॉट रेट पर सोना मिलता है, उस आधार पर वे निर्माण लागत और जीएसटी आदि मिलाकर सोने की कीमत निर्धारित करते हैं। यही कारण है कि अलग-अलग शहरों में इसकी कीमत अलग-अलग होती है। (Gold Price)