EPFO Pension Hike: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े कर्मचारियों को अभी पेंशन नाममात्र की मिलती है। इस पेंशन को बढ़ाने की लंबे समय से मांग हो रही है। अब दिवाली से पहले इन कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। इस बार उनकी पेंशन में बड़ा इजाफा किए जाने की घोषणा की जा सकती है।
गौरतलब है कि ईपीएफओ से संबंधित सभी महत्वपूर्ण फैसले सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) द्वारा लिए जाते हैं। इस सीबीटी की बैठक आज से बेंगलुरू में शुरू हुई है। बैठक कल तक चलेगी। संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में कर्मचारियों की पेंशन बढ़ाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल सकती है।
अभी कितनी मिल रही है पेंशन
अभी कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन राशि 1000 रुपये प्रति माह है। जाहिर है कि इतनी पेंशन में एक कर्मचारी का परिवार चलाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव भी है। दूसरी ओर प्राइवेट नौकरी के दौरान कुछ ज्यादा बचत कर पाना भी संभव नहीं होता है क्योंकि वेतन भी बहुत कम होता है।

लंबे समय से हो रही बढ़ाने की मांग
यही कारण है कि कर्मचारियों और कर्मचारी संगठनों द्वारा ईपीएस पेंशन में बढ़ोतरी किए जाने की लंबे समय से मांग की जा रही है। कर्मचारियों की इस मांग पर सरकार द्वारा गंभीरता से विचार किए जाने के आश्वासन भी समय-समय पर मिलते रहे हैं। अब संभवत: यह आश्वासन पूरा हो जाए।
कितनी की जा सकती है अब पेंशन
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस बार सीबीटी की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय लिया जा सकता है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार पेंशन में डेढ़ गुना की बढ़ोतरी की जा सकती है। यदि ऐसा हुआ तो फिर न्यूनतम पेंशन राशि 1000 से बढ़कर 2500 रुपये हो जाएगी। जिससे बड़ी राहत मिल सकेगी।

इससे पहले कब हुआ था इजाफा
गौरतलब है कि इससे पहले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने न्यूनतम पेंशन में 11 साल पहले बदलाव किया था। वर्ष 2014 में यह पेंशन बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह की गई है। उसके बाद से अब तक इस पेंशन राशि में कोई इजाफा नहीं हुआ है। इसके विपरीत सरकारी कर्मचारियों और सांसद-विधायक की पेंशन में कई बार बढ़ोतरी हो चुकी है।
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एसोसिएशन की मांग- 7500 रुपये करें
लगातार बढ़ रही महंगाई और महंगा होता जीवन स्तर को देख कर ही कई पेंशनर एसोसिएशनों द्वारा न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये किए जाने की मांग की जा रही है। हालांकि इतनी बढ़ोतरी एक साथ करना संभव नहीं है। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि इसे 2500 रुपये किया जा सकता है। इससे लाखों पेंशनर लाभान्वित हो सकेंगे।
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कर्मचारियों का पेंशन को लेकर यह कहना
इस संबंध में कर्मचारियों का कहना है कि वैसे तो आज 10 हजार रुपये महीने में भी कुछ नहीं होता है। ऐसे में पेंशन में भी उसी तरह बढ़ोतरी होना चाहिए जिस तरह डीए और डीआर में इजाफा किया जाता है। सरकार का यह दोहरा रवैया है कि सरकारी कर्मचारी और पेंशनरों का 30-40 हजार रुपये में भी गुजारा नहीं होता और ईपीएफओ कर्मचारियों को इतनी पेंशन भी नहीं दी जाती कि वह दवाई ही ले पाए।
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