बुरहानपुर। Death Of Children Due to Diarrhea : डायरिया प्रभावित शहर के नागझिरी, खैराती बाजार, बैरीमैदान सहित अन्य क्षेत्रों में महामारी का प्रकोप भले ही कम हुआ है, लेकिन मौतों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। शनिवार सुबह एक निजी अस्पताल में भर्ती छह माह के एक और मासूम ने उल्टी दस्त के कारण दम तोड़ दिया। गांधी चौक निवासी नौरेन को दो मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
- यह भी पढ़ें:MP Loksabha Election 2024 : अशोकनगर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में सीएम योगी ने जनता को किया संबोधित
हालांकि उसका इलाज कर रहे डा. सय्यद नदीम का कहना है कि बच्चा सेप्टीसीमिया यानी खून में संक्रमण की बीमारी से भी ग्रसित था, लेकिन मृत्यु का कारण डायरिया बना है। उल्टी दस्त से शहर में यह पांचवीं मौत है। इससे पहले दो बच्चों, एक महिला व एक पुरुष की डायरिया से मौत हो चुकी है।
नगर निगम की सप्लाई वाला दूषित पानी पीने से अब तक साढ़े तीन सौ से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं। इनमें से 198 लोग जिला अस्पताल में जबकि शेष निजी अस्पतालों में भर्ती हुए थे। हालांकि जिला अस्पताल से 170 मरीज स्वस्थ होकर घर भी जा चुके हैं।
कांग्रेस ने निगम और महापौर पर लगाया आरोप
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव अजय रघुवंशी ने शनिवार को हुई मौत के बाद एक बार फिर जलावर्धन योजना की निर्माण एजेंसी जेएमसी, नगर निगम प्रशासन और महापौर माधुरी पटेल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि जेएमसी के खिलाफ एफआइआर होनी चाहिए और मृतकों के स्वजन को मुआवजा दिलाया जाना चाहिए। रघुवंशी ने कहा कि जब तक नगर निगम पेयजल वितरण व्यवस्था को ठीक नहीं करती, ऐसी दुखद घटनाएं थमने वाली नहीं हैं।
उन्होंने इस पर भी आश्चर्य जताया कि शहर में इतनी बड़ी संख्या में लोग महामारी की चपेट में आए हैं, लेकिन अब तक सांसद, विधायक और महापौर को न तो अस्पताल जाकर लोगों का हालचाल जानने की फुर्सत मिली है और न प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे हैं।
- यह भी पढ़ें:Funny Jokes In Hindi : अकबर ने बीरबल से तीन नये सवाल पूछे और कहा तीनों का जबाब एक ही होना चाहिये…
इंदौर से डिप्टी डायरेक्टर भी जायजा लेने पहुंचे
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग इंदौर के डिप्टी डायरेक्टर माधव असानी भी डायरिया से उपजे हालात का जायजा लेने बुरहानपुर पहुंचे थे। पहले उन्होंने जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड, मेडिकल वार्ड आदि का निरीक्षण कर नर्सिंग स्टाफ को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी भी सूरत में दवा बाहर से नहीं खरीदनी पड़े। जिन दवाओं की कमी हो उसकी जानकारी तत्काल दें। साथ ही एक बेड पर दो मरीजों को हटा कर दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा।
इसके बाद सिविल सर्जन से चर्चा की और डायरिया प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर स्वस्थ हुए लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार मिल रहा है। सोमवार को वे अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। मंगलवार को क्षेत्रीय कार्यालय से भी एक दल बुरहानपुर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा करेगा।
शनिवार को 19 मरीज हुए भर्ती
जिला महामारी नियंत्रक रवींद्र राजपूत ने बताया कि धीेरे-धीरे डायरिया नियंत्रित हो रहा है। नगर निगम भी पाइप लाइनों के लीकेज को सुधार रहा है। शुक्रवार रात आठ बजे से शनिवार दोपहर तक कुल 19 मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें सर्वाधिक 12 बच्चे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम क्लोरीनेशन कर रही है। एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं का दल कड़ी धूप में भी घर-घर जाकर बीमार लोगों की जानकारी जुटा रहा है। सूचना मिलने पर उन क्षेत्रों में मेडिकल टीम भेजी जा रही है।
देश-दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | Trending खबरों के लिए जुड़े रहेbetulupdate.comसे | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करेंbetulupdate.com