Betul Weather: बैतूल। थोड़ा इंतजार कराने के बाद ही सही, गुरुवार को मध्यप्रदेश के बैतूल शहर में बदरा बरस पड़े। शाम होते ही शहर और क्षेत्र में तेज बारिश शुरु हो गई है। पहली बारिश की बूंदें धरती पर पड़ते ही सोंधी-सोंधी खुशबू चलने लगी। जिससे लोग खुश हो गए। अब मानसून की दस्तक जल्द होने की उम्मीद बंध गई है।
मानसून पूर्व की गतिविधियों के प्रभावी होने से प्रदेश के कई हिस्सों में वर्षा हो रही है। महाराष्ट्र की सीमा से सटे बैतूल जिले में भी 22 जून गुरुवार को दोपहर बाद अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और तेज हवा के साथ वर्षा प्रारंभ हो गई। मानसून पूर्व की वर्षा प्रारंभ होने से किसानों को उम्मीद बंध गई है कि आने वाले कुछ दिन में ही मानसून की धमाकेदार आमद हो जाएगी।
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बैतूल शहर में गुरुवार को शाम करीब चार बजे आसमान पर अचानक काले बादलों का जमावड़ा प्रारंभ हो गया और कुछ ही पलों में बड़ी बूंदाें के साथ वर्षा प्रारंभ हो गई। दोपहर तक तेज धूप और गर्मी के कारण परेशान हो रहे लोगों को वर्षा प्रारंभ होने से राहत तो मिली, लेकिन साप्ताहिक बाजार में लोग वर्षा से बचने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। बैतूल शहर के कोठीबाजार में साप्ताहिक बाजार में ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग सामग्री खरीदने के लिए पहुंचते हैं। उन्हें अचानक वर्षा प्रारंभ होने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अच्छी बारिश होने पर होगी बुआई
मानूसन पूर्व की वर्षा यदि तेज हो जाती है तो किसान खरीफ फसलों की बुवाई प्रारंभ कर देंगे। हालांकि मृग नक्षत्र के खत्म हो जाने से इस बार किसानों को निराश होना पड़ गया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले तीन से चार दिनों में मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है। सामान्यत: छत्तीसगढ़ में मानसून आने के तीन से चार दिनों में मध्यप्रदेश में भी दस्तक हो जाती है।
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मौसम विभाग ने जताई यह संभावना
बैतूल में प्री-मानसून की वर्षा प्रारंभ हाने के बाद अब मानसून के जल्द दस्तक देने के आसार बन रहे हैं। भोपाल मौसम केंद्र के विज्ञानियों का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों में मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है। वर्ष 2015 में मानसून ने 22 जून को दस्तक दी थी। वर्ष 2016 में मानसून 20 जून को मध्यप्रदेश पहुंचा था। वर्ष 2017 में मानसून 26 जून को पहुंचा था और वर्ष 2018 में 24 जून को मानसून ने प्रदेश में अपनी आमद दी थी।
बारिश होते ही गुल हुई बिजली
अपनी परंपरा का निर्वहन करते हुए सीजन की पहली बारिश होते ही शहर के विवेकानंद वार्ड सहित कई क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। यूं तो बिजली कंपनी पूरे साल भर मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद कर मेंटेनेंस का दावा करता है, लेकिन कंपनी के दावों की पोल बारिश की चंद बूंदे ही खोल देती है। इस बार भी बारिश शुरू होते ही बिजली गुल हो गई। इससे लोग उमस से बेहाल होते रहे।