Samarthan Mulya Kharidi 2024 : अब 25 जून तक होगी समर्थन मूल्य खरीदी, 52 केंद किए गए बंद

Samarthan Mulya Kharidi 2024 : बैतूल। समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब समर्थन मूल्य पर 25 जून तक उपज की खरीदी की जाएगी। हालांकि खरीदी को लेकर कुछ बदलाव किए हैं। जहां बहुत कम खरीदी हुई है, उन केंद्रों को बंद किया जा रहा है। अब खरीदी केंद्रों को मंडी में शिफ्ट किया जाएगा। यहां 25 जून तक खरीदी होते रहेगी।

बैतूल में समर्थन मूल्य पर उपज खरीदी के लिए 65 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। शुक्रवार को खरीदी करने की अंतिम तिथि थी, लेकिन इस तिथि को 25 जून तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। आने वाले दिनों में जो खरीदी होगी वह मंडी के खरीदी केंद्रों पर की जाएगी।

जिला आपूर्ति अधिकारी बैतूल केके टेकाम ने बताया कि समर्थन मूल्य में खरीदी के लिए बनाए गए केंद्रों को अब मंडी में शिफ्ट किया जाएगा। जहां ब्लॉक स्तर पर मंडी है, वहां पर खरीदी केंद्रों को शिफ्ट करेंगे। एक खरीदी केंद्र जिला मुख्यालय कृषि उपज मंडी में रहेगा।

जिले भर में अब कुल 12 केंद्रों पर उपज की खरीदी की जाएगी। 52 खरीदी केंद्रों को बंद कर दिया जाएगा। बंद होने वाले केंद्र वे केंद्र हैं जहां बहुत कम किसान उपज बेचने के लिए पहुंचे हैं। इस बार किसानों ने समर्थन मूल्य में उपच बेचने के लिए बिलकुल भी दिलचस्पी नहीं दिखाई है। नतीजा यह है कि बहुत कम खरीदी हो पाई है।

इतने किसानों ने बेचा गेहूं

जिला आपूर्ति कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 31 मई तक कुल 1915 किसानों से 12027.90 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई है। इस बार बहुत कम किसान समर्थन मूल्य पर उपज बेचे हैं। मंडी में अच्छे दाम मिलने के कारण कई अधिकतर किसानों ने मंडी में उपज बेची। मंडी में किसानों को नगद राशि का भुगतान भी हो जाता है और समर्थन मूल्य से अधिक दाम भी मिल रहे हैं।

इतने चने की हुई खरीदी

इसलिए किसानों का समर्थन मूल्य से मोह भंग हो गया। जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य में 215 किसानों से 395.45 मीट्रिक टन चना खरीदा गया। 2542 किसानों से 8284.2 मीट्रिक टन सरसों और एक किसान से 0.80 मीट्रिक टन मसूर खरीदी गई।

समय पर भुगतान नहीं होता (Samarthan Mulya Kharidi 2024)

समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों का समय पर भुगतान नहीं हो रहा है। भुगतान नहीं होने से किसान परेशान है। जिले में 1915 किसानों ने गेहूं, 215 किसानों ने चना और 2542 किसानों ने सरसों की उपज बेची है। इनमें से अधिकतर किसानों का भुगतान अटका हुआ है।

किसान काट रहे हैं चक्कर (Samarthan Mulya Kharidi 2024)

किसान भुगतान के लिए समिति और बैंक के चक्कर काट रहे हैं। भुगतान के संबंध में स्थानीय अधिकारी हाथ खड़े कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि भुगतान शासन स्तर से किया जाता है। राशि सीधे किसानों के खातें में डाली जाती है। भुगतान की समस्या के कारण भी किसान समर्थन मूल्य में उपज बेचने के लिए नहीं पहुंंच रहे हैं।

अंतिम तिथि में इजाफा : टेकाम (Samarthan Mulya Kharidi 2024)

इस बारे में जिला आपूर्ति अधिकारी केके टेकाम का कहना है कि खरीदी की अंतिम तिथि 31 मई थी। जिसे बढ़ाकर अब 25 जून कर दिया गया है। अब केवल 12 खरीदी केंद्रों पर खरीदी की जाएगी।

Leave a Comment