MP Employee News: अखिल भारतीय आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स फेडरेशन के आव्हान पर 29 जनवरी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन सीटू की बैतूल जिलाध्यक्ष सुनीता राजपाल और महासचिव पुष्पा वाईकर के नेतृत्व में एकजुट होकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर बैतूल को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री डीडी उइके के कार्यालय जाकर उनके पीए और डीपीओ महिला एवं बाल विकास अधिकारी को भी अपनी मांगों से अवगत कराया।
ज्ञापन में प्रमुख रूप से आईसीडीएस (समेकित बाल विकास सेवा) का संस्थागतकरण करने और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को नियमित करने के लिए वार्षिक बजट में बढ़ोतरी की मांग की गई। आईसीडीएस के बजट में लगातार की जा रही कटौती को तुरंत रोकने और इसमें पर्याप्त राशि बढ़ाने पर जोर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी और न्यूनतम वेतन के साथ नियमितीकरण के फैसले को केंद्र सरकार द्वारा लागू न करने पर आक्रोश जताया गया और इसे शीघ्र लागू करने की मांग की गई। (MP Employee News)
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए, जैसे कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए किया गया है। इसके अलावा, वेतन, भत्ते, किराया, मोबाइल रिचार्ज सहित सभी बकाया राशि का शीघ्र भुगतान करने और पेंशन योजना लागू करने की मांग रखी गई। आईसीडीएस का किसी भी प्रकार से निजीकरण न किया जाए और इसे कमजोर करने वाले सभी कदम वापस लिए जाएं। (MP Employee News)
लाभार्थियों को सीधे नगद हस्तांतरण योजनाओं के लाभ के लिए आधार जोड़ने, योजनाओं के डिजिटलीकरण के नाम पर लक्ष्यीकरण और निगरानी, केंद्रीकृत रसोई की शुरुआत तथा नियमितीकरण पर रोक लगाने सहित 14 सूत्रीय मांगें ज्ञापन में शामिल रहीं। इस अवसर पर सीटू के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कामरेड कुंदन राजपाल, यूनियन की कोषाध्यक्ष संगीता कनाठे, सचिव सुनीता तिवारी, उपाध्यक्ष आशा सुरजे, रामकली मर्सकोले, गोदिका डोंगरे, प्रमिला निरापूरे, मीनाक्षी बागमोडे सहित बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं उपस्थित रहीं। (MP Employee News)