Kisan Panjiyan 2025: मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री के लिए किसान पंजीयन तो शुरू हो चुका है, लेकिन पंजीयन कराने में कई दिक्कतें भी सामने आ रही हैं। यही कारण है कि पंजीयन का कार्य तेज गति से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। कई किसानों को विभिन्न कारणों से पंजीयन केंद्रों से बिना पंजीयन कराए लौटना पड़ रहा है। पंजीयन का कार्य 31 मार्च तक होगा। वहीं अभी पूरे प्रदेश में 28 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है।
प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि किसान 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। उन्होंने बताया है कि वर्ष 2025-26 के लिए गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रूपये घोषित किया गया है। यह गत वर्ष से 150 रूपये अधिक है। (Kisan Panjiyan 2025)
मंत्री श्री राजपूत ने किसानों से आग्रह किया है कि गेहूँ की विक्री के लिए समय-सीमा में पंजीयन जरूर करायें। अभी तक किसानों द्वारा गेहूँ के समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिये ऑनलाइन पंजीयन किया जा रहा है। अभी तक 28 हजार 677 किसानों ने पंजीयन कराया है।
कहां, कितने किसानों ने कराया पंजीयन (Kisan Panjiyan 2025)
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ की बिक्री के लिए जिला सीहोर में 6122, उज्जैन में 5196, इंदोर में 4580, देवास में 2309, धार में 2286, शाजापुर में 1786, रतलाम में 1147, नर्मदापुरम 730, विदिशा 684, रायसेन 650, भोपाल में 609, राजगढ़ में 451, आगर मालवा में 244, बैतूल में 228, झाबुआ में 210, टीकमगढ़ में 179, मंदसौर में 158, खंडवा में 151, मंडला में 141 किसानों ने पंजीयन कराया है।
इसी तरह खरगौन में 127, नीमच में 91, हरदा में 102, नरसिंहपुर में 86, छतरपुर में 82, मुरैना में 59, सागर में 37, शहडोल में 35, दतिया में 32, निवाड़ी में 29, छिन्दवाड़ा में 28, सीधी में 24, सिंगरौली में 19, श्योपुर में 11, बड़वानी में 9, रीवा में 9, अशोक नगर में 5, सिवनी में 7, उमरिया में 6, अनूपपुर में 5, अलीराजपुर में 4, ग्वालियर में 4, दमोह में 3, बुरहानपुर में 2 डिण्डोरी में 2, सतना में 1 और पन्ना में 1 किसान ने पंजीयन कराया है।
पंजीयन कराने में आ रही कई समस्याएं (Kisan Panjiyan 2025)
इधर किसानों का कहना है कि पंजीयन कराने में कई दिक्कतें आ रही हैं। इसकी वजह गिरदावरी अपडेट नहीं होना बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि ई-उपार्जन पोर्टल पर जिन किसानों ने चार खसरों में गेहूं बोया है, उनके दो खसरों में ही गेहूं दिखा रहा है। कुछ की पुरानी गिरदावरी ही दिखाई जा रही है। इसके चलते किसान बिना पंजीयन कराए वापस लौट रहे हैं।
बैतूल जिले में अभी तक इतने पंजीयन (Kisan Panjiyan 2025)
इन्हीं सब कारणों से बैतूल जिले में अभी तक मात्र 228 किसानों के ही पंजीयन हो सके हैं। इनमें बैतूल ब्लॉक में 59, चिचोली में 43, भैंसदेही में 27, मुलताई में 26, भीमपुर में 22, आमला में 17, प्रभातपट्टन में 16, शाहपुर में 12 और आठनेर में मात्र 6 किसानों ने पंजीयन कराया है।
बाजार में अधिक कीमत भी है कारण (Kisan Panjiyan 2025)
कम पंजीयन कराए जाने की एक मुख्य वजह बाजार में गेहूं के समर्थन मूल्य से अधिक दाम और नकद राशि मिलना भी है। यही कारण है कि बीते साल 2024 में भी जिले में पंजीयन तो 20000 से अधिक किसानों ने कराया था, लेकिन समर्थन मूल्य पर गेहूं केवल 1900 से कुछ ही अधिक किसानों ने बेचा था। इस साल भी मंडी में समर्थन मूल्य से अधिक दाम गेहूं के मिलने से भी किसानों की पंजीयन में ज्यादा रूचि नहीं है।