Govansh ki taskari : बैतूल जिले से होकर गोवंश की होने वाली तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीती रात फिर एक वाहन में भर कर 14 गोवंश को महाराष्ट्र के कत्लखाने ले जाया जा रहा था। वाहन में एक के ऊपर एक गोवंश लदे थे। रात्रि 2 बजे इसकी जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय हिंदू सेना के पदाधिकारियों ने 24 किलोमीटर दूर तक पीछा किया और गौवंश से भरी यह गाड़ी पकड़ी।
राष्ट्रीय हिन्दू सेना के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय ने बताया कि सूचना प्राप्त हुई थी कि एक बोलेरो गाड़ी में गोवंश को भर कर महाराष्ट्र कत्लखाने भेजा जा रहा है। इस पर संगठन के पदाधिकारी के साथ मिलकर गाड़ी को पकड़ने की योजना बनाई गई। गाड़ी को पाढर की ओर से आते देख गाड़ी का पीछा करना प्रारंभ किया। यह देख तस्करों ने गाड़ी को बैतूल फोरलेन की और तेजी से भगाना प्रारंभ कर दिया। विभाग अध्यक्ष दीपक कोसे ने बताया कि गोवंश तस्करी की सूचना तत्काल हमने कंट्रोल रूम दी। साईखेड़ा टीआई रविकान्त डेहरिया को कंट्रोल रूम ने गोवंश की गाड़ी भागने की जानकारी दी। गाड़ी को पकड़ने के लिए आठनेर रोड़ को ब्लॉक किया, लेकिन गोवंश तस्कर वहां से गाड़ी भगाने में सफल हो गया था।
गोवंश तस्करों ने गाड़ी को दनोरा, भडूस रोड़, रोंढा होते हुए नएगांव, खडला, सूरगांव ले गए। इसी बीच बैतूल बाजार एवं साईखेड़ा पुलिस के सहयोग से गाड़ी को सूरगंव पुलिया के पास पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई। गौरक्षा प्रमुख आशीष यादव ने बताया कि गौवश तस्कर बोलेरो वाहन रोड के किनारे से नाले से कूदा कर खेत में छोड़ कर फरार हो गए। गाड़ी पर डला पाल हटाकर देखा तो गोवंश के चारों पैरों और मुंह को रस्सियों से बांध कर रखा हुआ था। गाड़ी में 14 नग गोवंश भरा हुआ था। जिसमें से 1 नग गोवंश मृत पाया गया। वाहन को बैतूल बाजार थाने लाकर बैतूल बाजार प्रभारी फतेबहादुर सिंह, आरक्षक शिव कुमार उइके, आरक्षक जितेंद्र जाट, प्रधान आरक्षक दिवानसिंह पानकर, प्रधान आरक्षक संतोष मालवीय के सहयोग से गोवंश को त्रिवेणी गौशाला में सुरक्षित छोड़ गाड़ी को बैतूल बाजार पुलिस को सौंपा गया है।