
♦ राकेश अग्रवाल, मुलताई
मुलताई क्षेत्र के ग्राम चिखली में एक घर में अचानक सांप निकलने से हड़कंप मच गया। तुरंत इसकी सूचना सर्पमित्र मोनू तायवाडे को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर मोनू ने मौके पर पहुंचकर लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद जहरीले सांप का रेस्क्यू किया और पकड़ने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि चिखली निवासी बबीता भूमरकर के घर में उक्त सांप निकला था।
बबीता ने बताया कि घर में खाना खाने जा रहे बुजुर्ग को घर में सांप दिखाई दिया था। जिसके पश्चात सर्प मित्र मोनू तायवाड़े को फोन पर सूचना दी गई। फोन पर सूचना मिलने के बाद सर्प मित्र मौके पर पहुंचे और 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद सांप को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। मोनू ने बताया कि पकड़ा गया 5 फीट लम्बा सांप इंडियन सस्पेक्टिकल्ड कोबरा है, जो बहुत ही विषैला होता है। जिसके विष में न्यूरोटोक्सीन वेनम पाया जाता है, जो किसी भी व्यक्ति को मृत्यु तक पहुंचा सकता है।
नाजा नाज़ा है साइंटिफिक नाम
इस सांप का साइंटिफिक नाम नाजा-नाजा है। यह भारत में सबसे ज्यादा लोगों की सर्प दंश से होने वाली मौत का कारण बनता है और अक्सर घर, झाड़ी, खेत इस तरह की जगह पर पाया जाता है। इसका मुख्य भोजन चूहे और मेंढक होते हैं और इसके अलावा यह कभी-कभी पक्षियों के अंडे, मुर्गियों के अंडे और पक्षियों को को भी खा लेता है।
झाड़ फूंक का ना ले सहारा
सर्प दंश की अवस्था में अस्पताल का ही सहारा ले और किसी झाड़ फूंक व बाबा के चक्कर मे ना पड़े, अन्यथा जान भीं जा सकती हैं। सांप पारिस्थितिक तन्त्र का मुख्य अंग है। इसलिए इसे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।