
Betul News : बैतूल। बैतूल की माटी के लाल पूर्व विधायक स्वर्गीय विनोद डागा, जिन्हें लोग प्यार से विनोद भैया बोलते थे, आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादें आज भी हम सभी के जेहन में जिंदा हैं। सामाजिक और राजनीति के क्षेत्र में अलग पहचान बनाने वाले विनोद भैया 3 साल पहले 12 नवंबर को मंदिर में पूजा करते समय अचानक हम सबको छोड़ कर चले गए थे। उनके निधन पर उनके चाहने वालों को बड़ा झटका लगा था। लगता भी क्यों नहीं क्योंकि बैतूल की राजनीति में वो एक ऐसा सितारा थे जिनकी एक अलग पहचान थी। अपनी एक मुस्कुराहट से लोगों को अपना बनाने की खूबी जिस शख्स में थी ऐसी शख्सियत के चले जाने से हर किसी को दुख हुआ था।
विनोद भैया में एक बहुत ही खास बात थी कि वे हमेशा एक बात करते थे कि बैतूल की मिट्टी ने उन्हें इतना दिया कि इसके लिए हम कितना भी दे दे वो कम होगा और इस मिट्टी का कर्ज जिंदगी भर नहीं चुका पाएंगे। उनकी इस बात से लगता था कि उन्हें बैतूल की मिट्टी से कितना लगाव था और अपनी जन्मभूमि से कितना प्रेम था।

आज उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर डागा हाउस में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे उनके सखा, उनके चाहने वाले और उनसे जुड़े हुए लोगों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धाजंलि दी। उनके सखा उन्हें याद करते हुए बताते हैं कि विनोद भैया की एक खास बात थी कि उनकी याददाश्त बहुत अच्छी थी। कितने भी समय बाद वह किसी से मिलते थे तो उसके नाम से ही उसे संबोधित करते थे। और यही कारण था कि लोग उनके कायल हो जाते थे। विनोद भैया अपने से बड़े, अपनी बराबरी वाले या अपने से छोटों से कुछ इस तरह आत्मीयता से मिलते थे कि सामने वाला उनके व्यक्तित्व से प्रभावित हो जाता था।
सभी के सुख-दुख में हमेशा खड़े रहने वाले विनोद भैया की तीसरी पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में उनके मित्रों, उनके समर्थकों और उनके कार्यकर्ताओं के अलावा गणमान्य नागरिक, व्यापारी, चिकित्सक, समाजसेवी, कांग्रेसी नेताओं के अलावा डागा परिवार के सभी सदस्यों ने उन्हें याद करते हुए पुष्पांजलि दी।

पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में उनके मित्र सेम वर्मा,प्रमोद अग्रवाल, नरेंद्र शुक्ला, गजानंद वर्मा, उमाकांत श्रीवास्तव, अयोध्या प्रसाद जी दुबे, राजेन्द्र जैसवाल, प्रशांत गर्ग, सुनील शर्मा, समीर खान, ब्रज भूषण पांडेय, नारायण जी धोटे, श्रीमती मीरा एंथोनी, श्रीमती जमुना पण्डागरे, अजाबराव झरबड़े, लल्ली वर्मा, शेख असलम, लवलेश बब्बा, मोनू बड़ोनिया, प्रशांत राजपूत, तोप पटेल, सुभाष राठौर, मूलचंद नागले, रक्कू शर्मा समेत तमाम वे लोग मौजूद थे जिन्होंने आज भी उनकी यादें अपने दिल मे संजोए रखा है।
डागा परिवार ने माना सबका आभार
इस मौके पर विनोद भैया का पूरा परिवार भी मौजूद था जिसमें उनके छोटे भाई पारस डागा (हम्मू भैया) श्रेयांश डागा, नीरज डागा, निलय डागा, वरुण डागा, कौशिक डागा और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में परिवार के सभी सदस्यों ने पुष्पांजलि में आए सभी लोगों का हाथ जोड़ कर आभार व्यक्त किया।