MP Assembly Election : एमपी के इस गांव में ग्रामीणों ने नेताओं के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध, इस वजह से हैं खफा

MP News: एमपी के इस गांव में ग्रामीणों ने नेताओं के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध, इस वजह से हैं खफा
MP Assembly Election: एमपी के इस गांव में ग्रामीणों ने नेताओं के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध, इस वजह से हैं खफा

▪️विनोद पातरिया, घोड़ाडोंगरी

MP Assembly Election: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में घोड़ाडोंगरी तहसील के मनकाढाना के ग्रामीणों ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। ग्रामीणों ने रविवार को गांव में ‘नेताओं का गांव में प्रवेश निषेध’ का बैनर लगा दिया है। इसके साथ ही नेताओं की वादाखिलाफी के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) का बहिष्कार भी किया।

ग्रामीणों ने गांव के प्रवेश मार्ग पर बैनर लगाकर नेताओं के गांव में आने पर प्रतिबंध लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगो को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक इस गांव में किसी भी नेता को आने नहीं दिया जाएगा। ग्रामीण सड़क निर्माण, पट्टे सहित मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर नेताओं के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है।

सड़क नहीं होने से नहीं पहुंच पाती मरीज को खाट पर ले जाने की मजबूरी MP Assembly Election)

मनकाढाना गांव में करीब 4 किलोमीटर हिरणघाटा तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीण परेशान हैं। सड़क नहीं होने के कारण गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। गांव में गर्भवती महिलाओं एवं मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीण गर्भवती महिलाओं एवं मरीज को खाट पर लेटकर 4 किलोमीटर पैदल चलकर हिरण घाट तक आते है। इसके बाद वाहन से मरीज को अस्पताल पहुंचते हैं। वही इस दौरान कई गर्भवती महिलाओं की मौत भी हो चुकी है।

ग्रामीण महिला सावित्री शेलुकर ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव में एंबुलेंस नहीं आ पाती। गर्भवती महिलाओं एवं मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए खटिया का सहारा लेना पड़ता है।

नेताओं को गांव में नहीं आने दिया जाएगा (MP Assembly Election)

ग्रामीण महिला उर्मिला भुसुमकर ने बताया कि गांव में नेता आते हैं, वादे करते हैं, लेकिन वादों को पूरा नहीं करते। इसलिए हम सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि गांव में नेताओं के आने पर प्रतिबंध लगाया जाए। ग्रामीणों ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। जब तक सड़क सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांग पूरी नहीं की जाती जब तक गांव में नेताओं का प्रवेश निषेध रहेगा। वहीं ग्रामीण आगामी विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे।

जमीन का नहीं मिला पट्टा, नहीं बन रहा जाति प्रमाण पत्र, पढ़ाई छोड़ रहे बच्चे

ग्रामीण छात्र सुनील ने बताया कि राजूलाल भुसुमकर ने जमीन का पट्टा नहीं बनने के कारण जाति महापात्र नहीं बन रहा है। जिसके कारण पढ़ाई में दिक्कतें हो रही है।गांव के विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ रहे हैं। वहीं गांव में पढ़े-लिखे युवा भी है। जिन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

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