
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) सिविल सेवा देश की सबसे प्रतिष्ठित परिक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा के लिए हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शमिल होते हैं। इस परीक्षा के लिए कई युवा सालों से तैयारी कर रहे होते हैं, तो कुछ पहली बार अपना भाग्य आजमा रहे होते हैं। क्योंकि, देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में शामिल इस परीक्षा में सफलता सुनिश्चित नहीं है। इसके बाद भी युवा इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। वैसे तो यूपीएससी एग्जाम पास करने वालों में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हजारों एस्पिरेंट्स के लिए मिसाल बन जाते हैं तो आज इसी कड़ी में आपकी मुलाकत ऐसी ही एक आईएएस अधिकारी से कराने वाले हैं। जिनका नाम कस्तूरी पांडा है। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के दूसरे प्रयास में ही कामयाबी हासिल की है। आइए जानते है कस्तूरी पांडा की सफलता की कहानी….

कस्तूरी पांडा की पढ़ाई (IAS Success Story)
ओडिशा की रहने वाली आईएएस कस्तूरी पांडा ने एनआईटी राउरकेला से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। बी.टेक पूरा करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया। कस्तूरी अपने पहले ही प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंच गई थीं। लेकिन वह इंटरव्यू में बाहर हो गईं। इसके बाद उन्होंने फिर अपनी कमियों को देखा और दोबारा यूपीएससी एग्जाम दिया। जिसमें कामयाबी मिल गई।

बिना कोचिंग की यूपीएससी तैयारी (IAS Success Story)
कस्तूरी पांडा ने घर पर रहकर सब्जेक्ट वाइज कई टेस्ट पेपर सॉल्व किए थे। उन्होंने सेल्फ मॉक टेस्ट पर फोकस किया। यूपीएससी एस्पिरेंट्स को सलाह है कि सेल्फ मॉक टेस्ट फोकस रखना चाहिए। इससे अपनी कमजोरियों का पता चलता है। कस्तूरी ने अपने ब्लॉग पर लिखा है कि यूपीएससी 2020 के दौरान उन्होंने प्रीलिम्स से पहले 50 सब्जेक्ट वाइज और 50 फुल लेंथ टेस्ट दिए थे।

हालांकि 2022 के प्रयास में लगभग 30 ही फुल लेंथ टेस्ट दिए थे। लेकिन पिछले मॉक टेस्ट को भी रिवाइज किया था। उन्होंने दोनों प्रयास में कट ऑफ से ऊपर अच्छे मार्जिन के साथ अच्छा स्कोर किया था। 100 प्लस मार्क्स के लिए वह दो घंटे में करीब 90-94 प्रश्न का जवाब देने की कोशिश करती थीं। शुरुआत में सिर्फ 40-60 के रेंज में बहुत कम स्कोर होता था। लेकिन बार बार रिवीजन से इस स्कोर में सुधार होता गया।
कस्तूरी पांडा की रैंक (IAS Success Story)
ओडिशा की रहने वाली कस्तूरी पांडा ने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE) 2022 में 67वीं रैंक हासिल की है। सिविल सर्विस एग्जाम में उन्हें कुल 1006 नंबर मिले थे। कस्तूरी को लिखित परीक्षा में कुल 822 नंबर मिले थे। उन्होंने दूसरे प्रयास में आईएएस बनने में कामयाबी हासिल की। खास बात ये है कि उन्होंने यूपीएससी एग्जाम बिना किसी कोचिंग के क्रैक की है।

कस्तूरी ने दी अपनी सलाह (IAS Success Story)
कस्तूरी पांडा का कहना है कि यूपीएससी के पूरे सिलेबस को कवर करने के लिए स्मार्ट स्टडी फॉर्मूला अपनाना चाहिए। उनकी सलाह है कि यूपीएससी (Union Public Service Commission) की तैयारी के लिए बुनियादी किताबें पढ़ें। उन्होंने खुद भी इसी तरीके से पढ़ाई की। उन्होंने 9वीं से 12वीं क्लास तक की किताबें अच्छे से पढ़ी थीं।
- Also Read: Salaar Trailer: नए पोस्टर के साथ आया सालार का लुक आया सामने, इस तारीख को रिलीज होगा ट्रेलर
“बैतूल अपडेट” व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 👇