Betul Mansoon Effect : तेज बारिश से फूटा सिलादेही में लाखों का चेक डैम, हिवरखेड़ी में घरों में घुसा पानी, ताप्ती सरोवर ओवरफ्लो
Betul Monsoon Effect: Check dam worth lakhs burst in Siladehi due to heavy rains, water entered houses in Hivarkhedi, Tapti Sarovar overflow
▪️राकेश अग्रवाल, मुलताई
बैतूल जिले के मुलताई ब्लॉक में बीती रात हुई भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। ब्लॉक के ग्राम सिलादेही में लाखों रुपए की लागत से बना गांव का चेक डैम फूट गया है। वहीं हिवरखेड़ी में लोगों के घरों में बारिश का पानी भर गया। यहां गांव से होकर बहने वाली अंबोरा और गोईजी नदी उफान पर आ गई। इधर ताप्ती नदी भी ओवरफ्लो बह रही है। इसके चलते पारसडोह डैम के दो गेट खोलने पड़े हैं। मुलताई का ताप्ती सरोवर भी ओवरफ्लो हो गया है।
ग्राम सिलादेही में लाखों रुपए की लागत का चेक डैम फूटने से लाखों लीटर पानी बह रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि रात में ही डैम से रिसाव शुरू हो गया था, लेकिन सुबह होते-होते डैम का एक बड़ा हिस्सा टूट गया और पानी के तेज बहाव में बह गया। जिसके बाद से लगातार पानी बह रहा है। इधर मुलताई में भी ताप्ती नदी ओवरफ्लो होकर बह रही है। तेज बारिश के चलते लगभग सड़क से 2 फीट ऊपर पानी बह रहा है। तेज बारिश के बाद पारसडोह डैम के दो गेटों को दो मीटर तक खोल दिया गया है।
सीईओ मनीष शेंडे ने बताया कि तेज बारिश के कारण डैम के बहने की बात सामने आई है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि इसी डैम के पानी से निस्तारी का इस्तेमाल होता था एवं क्षेत्र का जलस्तर भी बना रहता था। अब डैम ही बह गया है।ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
ताप्ती सरोवर हुआ ओवरफ्लो
इधर मुलताई नगर में बीती रात से जोरदार बारिश के चलते ताप्ती सरोवर ओवरफ्लो हो गया। बारिश के मौसम में मुलताई नगर वासियों को ताप्ती सरोवर के ओवरफ्लो होने का इंतजार बेसब्री से होता है और इस सरोवर के ओवरफ्लो होने का जश्न बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ नगरवासी मनाते हैं।
पारसडोह डैम के दो गेट खोले गए
पारसडोह डेम के 2 गेट 1.6 मीटर खोल दिए गए है। पारसडोह डेम पर तैनात उपयंत्री शिवकुमार नागले ने बताया कि कल शाम को डैम के दो गेट 1-1 मीटर तक खोल दिए गए। जिससे 238 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड डिस्चार्ज पास आउट हो रहा था। उस समय डैम में पानी की आवक 600 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड के हिसाब से थी।
जब गेट खोले गए तब डेम का लेवल 632.32 मीटर था, जो रात 2 बजे बढ़ते बढ़ते 638.00 मीटर हो गया, क्योंकि पानी की आवक 1100 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड हो गयी थी। जिसके कारण रात 2 बजे दोनों गेट को 1.60 मीटर तक बढ़ा दिया गया। जिससे 411 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड पास आउट होने लगा, जिससे डेम का लेवल स्थिर बना रहा 638.00 बना रहा, सुबह से डेम का लेवल कम होने लगा जिसके कारण 637.70 मीटर बना हुआ है।
हिवरखेड में भारी बारिश के चलते घरों में घुसा पानी
प्रभात पट्टन विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम हिवरखेड में गुरुवार देर रात भारी बारिश के चलते अंबोरा और गोईजी नदी में बाढ़ आ गई। गांव में बनी पुलिया पर से करीब 3 फीट ऊपर से पानी बहने लगा। हिवरखेड़ निवासी पुरुषोत्तम कुंभारे ने बताया कि रात में अचानक तेज बारिश आ गई। अचानक हुई तेज बारिश के चलते गांव से होकर गुजरने वाली अंबोरा और गोईजी नदी में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने के कारण गोईजी नदी के किनारे बने करीब 20 मकानों में करीब 2 फुट तक पानी भरा गया। वही अंबोरा नदी की बाढ़ के कारण पुलिया के पास स्थित करीब 5 मकानों में भी पानी भराने की जानकारी मिली है।
ग्राम सरपंच विश्वनाथ धोटे ने बताया कि रात में तेज बारिश हो रही थी। गांव में अंभोरा और गोइजी नदी के किनारे बने करीब 25 घरों में पानी घुसने की जानकारी मिली है। जिनमें गणेश गव्हाड़े, रामचंद्र कुंभारे, शंकर सराटकर, प्रकाश सुरजूसे, सुभाष सराटकर, सुरेश पंडाग्रे, गोविंदराव वागद्रे आदि के मकान बताए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि तेज बारिश के बाद आई बाढ़ और घरों में पानी घुसने की सूचना पर खबर लिखे जाने तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। वे स्वयं भी पुलिया पर पानी होने के कारण नदी की दूसरी तरफ नहीं जा पाए। केवल फोन पर ही संपर्क हो पाया है। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि बारिश बंद होने के बाद अब धीरे-धीरे घरों में घुसा पानी निकलने लगा है और पुलिया पर आई बाढ़ भी उतर रही है।