Mirch Ki Best Variety : ये है मिर्च की टॉप बेस्ट वैरायटी, होगा दोगुना उत्पादन, किसानों की होगी बंपर कमाई

Mirch Ki Best Variety: This is the top best variety of chilli, production will be double, farmers will earn bumper

Mirch Ki Best Variety : हमारे देश में गेहूं, धान के अलावा कई तरह की पारंपरिक फसलों की खेती की जाती है। इसके मुकाबले में किसान मिर्च की खेती कर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। किसी भी फसल में अच्छा मुनाफा लेने के लिए किसानों को अच्छी किस्म का चुनाव करना वह जरूरी हो जाता है। क्योंकि कम खर्चे में वैज्ञानिक तरीके से अच्छी लाभ प्राप्त करें।

इसके लिए अच्छी किस्म का चुनाव करना बहुत जरूरी है। ऐसे में आपको मिर्च की खेती के लिए कौन-कौन सी किस्म का चुनाव करना चाहिए। ताकि आपको बेहतर उत्पादन प्राप्त हो। इसके बारे में आज हम आपको जानकारी देंगे।

मिर्च की बेस्ट वैरायटी (Mirch Ki Best Variety)

Mirch Ki Best Variety : ये है मिर्च की टॉप बेस्ट वैरायटी, होगा दोगुना उत्पादन, किसानों की होगी बंपर कमाई
Credit – Social Media

काशी अर्ली

नाम में ही लिखा अर्ली। नाम के अनुरूप ही मिर्च की ये किस्म लगभग 45 दिनों में तोड़ने लायक हो जाती है जबकि दूसरी संकर किस्मों को 55 से 60 दिन में लग जाता है। फलों की तुड़ाई ही एक सप्ताह के अंतराल पर की जा सकती है. 10 से 12 बार तुड़ाई की जा सकती है। प्रति हेक्टेयर उत्पादन 300 से 350 क्वंविटल तक होता है। हरी मिर्च के लिए इसे सबसे बेहतर किस्म माना जाता है।

Credit – Social Media

अर्का मेघना

यह आईएचआर 3905 (सीजीएमएस) और आईएचआर 3310 के संकरण का एफ1 संकर है। अगेती किस्म फल गहरे हरे और परिपक्वता होने पर गहरे लाल होते हैं। विषाणुओं और चूषक कीटों के प्रति प्रक्षेत्र सहनशील है। इसे अ.भा.स.अनु.प. (सब्जी फसल) की 23वीं बैठक के दौरान 2005 में राष्ट्रीय स्तर पर विमोचित करने हेतु अनुशंसित और 2006 में अधिसूचित किया गया था।

Credit – Social Media

जाहवार मिर्च 148

यह किस्म जल्द पक जाती है, जो कि कम तीखी मिर्च होती है। इसमें कुर्करा रोग का प्रकोप कम होता है। हरी मिर्च लगभग 100 से 105 दिन में तैयार हो जाती है, तो वहीं लाल लगभग 120 से 125 दिन तैयार होती है। इससे प्रति हेक्टेयर लगभग 85 से 100 क्विंटल हरी और लगभग 18 से 23 क्विंटल सूखी मिर्च प्राप्त हो जाती है।

Credit – Social Media

पूसा सदाबहार किस्म

यह किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित की गई है। इस पूसा सदाबहार किस्म के तैयार होने में मात्र 60 से 70 दिनों का समय लगता है। मिर्च की यह किस्म एक हेक्टेयर में 40 कुंतल की पैदावार देती है, जो मिर्च की किसी भी किस्म से कहीं अधिक है। पूसा से विकसित की गई मिर्च की पूसा सदाबहार किस्म देश के किसी भी हिस्से में उगाई जा सकती है।

Credit – Social Media

रासी सानिया मिर्च (Mirch Ki Best Variety)

रासी सानिया मिर्च (Rasi Saniya Mirch) 13-15 सेमी लंबाई और 1.7 सेमी मोटाई के साथ अर्ध झुर्रीयों वाले फल। चमकदार पीले हरे रंग के लटके हुए फल हैं। जीवाणु म्लानि रोग और CMV के लिए मध्यम प्रतिरोधक। यहां दी हुई जानकारी सिर्फ संदर्भ के लिए है और विशेष तौर पर मिट्टी के प्रकार और जलवायु परिस्थितियों पर निर्भर करती है। मौसम अनुकूल होने पर एक एकड़ में 160 से 200 क्विंटल मिर्च का उत्पादन एक सीजन में मिल सकता है।

देश-दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | Trending खबरों के लिए जुड़े रहे betulupdate.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करें betulupdate.com

“बैतूल अपडेट” व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 👇

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *