बैतूल जिले के आठनेर ब्लॉक के बिसनूर गांव में जल संसाधन विभाग द्वारा बनाई गई टंकी उस समय लोगों के लिए अचरज और कौतूहल का विषय बन गई जब उसने वाटर फाल का रूप धर लिया। इस टंकी के टॉप से जो अनवरत पानी बहना शुरू हुआ तो काफी देर तक बहता रहा। इस बीच यह शानदार नजारा देखने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच गए और यह मनोहारी दृश्य देखते रहे।
दरअसल, यह टंकी पारसडोह डैम से माइक्रो इरिगेशन योजना के तहत किसानों के खेतों में सिंचाई करने के लिए बनाई गई है। इस तकनीक की यह जिले की पहली योजना है जिससे 4-5 दिन पहले ही खेतों में पानी देना शुरू किया गया है। रविवार को इस स्कीम के जंक्शन नम्बर 64 पर कुछ खराबी आ गई थी। इस जंक्शन से पानी आगे ना जाए, इसके लिए इसके पहले का बटर फ्लाई वाल्व बंद कर दिया गया था। इसका नतीजा यह रहा कि इस टंकी में पानी की आवक (इन फ्लो) अधिक और जावक (आउट फ्लो) कम होने से टंकी ओवरफ्लो हो गई और इसने किसी जलप्रपात का रूप ले लिया। विभाग के जेई शिवकुमार नागले ने बताया कि पहले फेज में प्रभातपट्टन ब्लॉक में स्थित पारसडोह ताप्ती जलाशय से स्कीम नम्बर 5-6 में लगभग 38 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में की खेती में सिंचाई करने के उद्देश्य से पानी छोड़ा गया है।