●उत्तम मालवीय (9425003881)●
बैतूल। बैतूल में पदस्थ रही एक महिला आरपीएफ सब इंस्पेक्टर गोपिका मानकर को सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। वर्तमान में वे महाराष्ट्र के वरोरा में पदस्थ हैं और वहीं के एक मामले में शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक निजी कम्प्यूटर संचालक ने एक व्यक्ति को गैरकानूनी आनलाईन रेलवे टिकट निकालकर दिया था। इस मामले में कम्प्यूटर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले को निबटाने के लिए 60000 रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। वरोरा रेलवे स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल में गोपिका मानकर उपनिरीक्षक के रुप में कार्यरत है। भद्रावती के एक निजी कम्प्यूटर चालक ने एक महीने पूर्व एक व्यक्ति को आनलाईन रेलवे टिकट निकालकर दिया था। यह बात रेलवे सुरक्षा बल की उपनिरीक्षक गोपिका मानकर को मिलते ही संचालक के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल वरोरा में अपराध दर्ज किया गया। इस मामले को निबटाने के लिए उपनिरीक्षक गोपिका मानकर ने शिकायतकर्ता से 1 लाख की मांग की थी। बाद में 60,000 रुपए में मामला तय हो गया। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने सीबीआई नागपुर से शिकायत कर दी। इस आधार पर बुधवार की शाम टीम ने गोपिका मानकर को रंगे हाथों धर दबोचा। यह कार्रवाई नागपुर सीबीआई एसपी एमएस खान के मार्गदर्शन में एसडीपीओ एस्सार चौगुले, थानेदार कल्याणी हुमणे, निरज गुप्ता, उपनिरीक्षक विनोद कराले, कोमल गुजरकर, संदीप ढोबले, सीएम बांगडकर, कीर्ति बावनकुले, राजेश डेकाटे आदि ने की है। गौरतलब है कि गोपिका मानकर बैतूल में भी पदस्थ रह चुकी हैं और यहाँ भी कई मामलों में मिलीभगत के चर्चे आम हुए थे।