
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION) की परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लाखों की संख्या में विद्यार्थी यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा की तैयारी करते हैं और इसे पास कर समाजसेवा (Social Service) में शामिल होने का सपना देखते हैं। हालांकि हर वर्ष लाखों में से कुछ ही उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा पास कर पाते हैं। कोई भी उम्मीदवार (Candidate) परीक्षा तभी पास कर सकता है, जब वह लगन और मेहनत से यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी करते है। उसी विद्यार्थियों में एक नाम आईएएस मुस्कान डागर का है। मुस्कान डागर की सफलता की कहानी रोचक होने के साथ ही प्रेरणादायक भी है। आइए जानते हैं आईएएस मुस्कान डागर (IAS Muskan Dagar) के बारे में।

मुस्कान डागर का परिचय और पढ़ाई (IAS Success Story)
मुस्कान डागर का जन्म सन् 2000 में हरियाणा के झज्जर में हुआ था। मुस्कान के पिता एक किसान हैं और उनकी माता गृहिणी। मुस्कान की स्कूली शिक्षा स्थानीय स्कूल में ही हुई थी। मुस्कान पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। 12वीं में ही उन्होंने 94.4 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने स्कूल की टॉपर रही थीं। उसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए मुस्कान ने दिल्ली का रुख किया और वहां 2020 में हिन्दू कॉलेज से BSc में ग्रेजुएशन किया।

ऐसे की यूूूूूूूपीएससी (UPSC) की तैयारी (IAS Success Story)
अपने ग्रेजुएशन के अंतिम साल में मुस्कान ने यूपीएससी की तैयारी करने का निर्णय लिया। हालांकि, मुस्कान की माँ चाहती थीं कि वो डॉक्टर बने, लेकिन मुस्कान ने यूूूूूूूपीएससी (UPSC) को ही अपना लक्ष्य बना लिया था। शुरू में कुछ समय के लिए मुस्कान ने कोचिंग जॉइन की, लेकिन फिर बाद में खुद ही तैयारी करने लगी। इसके लिए मुस्कान ने पहले के UPSC टॉपर्स की लिस्ट निकाली और ये पता किया कि उन लोगों ने कैसे तैयारी की थी। मुस्कान ने भी वही स्ट्रेटेजी बनाई जैसे एनसीईआरटी, लक्ष्मीकांत आदि बुक्स का अध्ययन करना, इसके अलावा उन्होंने यह भी तय किया कि किस टॉपिक के लिए कितना समय रखना है आदि।
मुस्कान डागर की रैंक (IAS Success Story)
आपको बता दें की मुस्कान पहली अटेम्प्ट में 474वीं रैंक हासिल करने में भी कामयाब रही थीं। जहां उन्हें इंडियन सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने का मौका मिला था। लेकिन मुस्कान का सपना IAS बनने का ही था। उन्होंने दुबारा तैयारी करते हुए 72वीं रैंक लाकर IAS बनने का अपना सपना पूरा किया।