▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ मध्य प्रदेश के बैनर तले समस्त स्व सहायता समूहों एवं रसोइया बहनों द्वारा 12 सूत्रीय मांगों के निराकरण हेतु अगस्त माह में अनिश्चितकालीन हड़ताल चूल्हा बंद आंदोलन किया गया था।
शासन द्वारा मांगों के निराकरण का आश्वासन दिए जाने के उपरांत चूल्हा बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित की गई थी। लेकिन, उनकी सिर्फ एक मांग ही पूरी की गई। शेष मांगें पूरी ना होने के कारण यह निर्णय लिया गया है कि स्थगित हड़ताल पुनः बुधनी में 03 अक्टूबर से की जाएगी।
इनकी मांग है कि प्राथमिक शाला में प्रति छात्र भोजन पकाने की लागत दर 5.45 पैसे की जगह 10 रुपये की जाएं एवं खाद्यान्न 100 ग्राम की मात्रा से बढाकर 200 ग्राम की जाएं। इसी प्रकार माध्यमिक शाला में प्रति छात्र भोजन दर 8.17 पैसे की जगह 15 रुपए किया जाएं एवं खाद्यान्न 150 ग्राम से बढाकर 300 ग्राम किया जाएं।
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रसोईया बहनों का कहना है कि हमारा वेतन बढ़ाया जाएं और हमारी कुछ कार्यकर्ता बहनों को निकाला गया है, उन्हें वापस नियुक्त की जाए। साथ ही हम लोगों को स्थाई रुप से रखा जाएं।
यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो जिले के बाद संभाग स्तर और पूरे मध्यप्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। जिला अध्यक्ष सविता कर्में ने बताया कि इसके पहले भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
हमारी मांगों को अनसुना कर दिया जा रहा है। साथ ही रसोइयों द्वारा स्कूल में मध्यान्ह भोजन नहीं बनाए जाने पर उन पर दबाव डाला जा रहा है। इस मौके पर रसोईया संघ जिला अध्यक्ष सविता कर्मे, कोषाध्यक्ष हर्षा चावके, लता गाठे, वरिष्ठ मंत्री चित्रा नागले, जिला प्रभारी एवं जिला सचिव रुपा उपराले उपस्थित रही।