Convention Center MP: मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में 300 करोड़ रुपये की लागत से एक विशाल कन्वेंशन सेंटर (सम्मेलन आयोजित करने बनाया गया बड़ा भवन या भवनों का समूह) बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को उच्च स्तरीय कमेटी की हरी झंडी मिल चुकी है। यह कन्वेंशन सेंटर इंदौर में स्थित स्कीम नंबर 172 में बनाया जाएगा। यह प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र होगा। इसकी बदौलत इंदौर को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक नई प्रतिष्ठा हासिल हो सकेगी।
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी इस कन्वेंशन सेंटर के लिए विशेष रूप से प्रयासरत थे। उन्होंने ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से इसकी मांग की थी। अब उनकी यह मांग आखिरकार मिल गई है। इस कन्वेंशन सेंटर से इंदौर शहर को एक नई पहचान मिल सकेगी।
रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे (Convention Center MP)
इस कन्वेंशन सेंटर के बनने से इंदौर में राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के भी बड़े आयोजन, कॉन्फ्रेंस, सांस्कृति कार्यक्रम और व्यवसायिक आयोजन करने में आसानी होगी। यह प्रोजेक्ट एक ओर जहां शहर की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाएगा वहीं रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
आपत्तियों के कारण लगा समय (Convention Center MP)
पहले जहां यह कन्वेंशन सेंटर बनना था, उस जमीन पर वन विभाग ने अपना दावा जता दिया। इसके बाद देपालपुर जंक्शन को इसके लिए चुना गया। उस जमीन का भी लैंडयूज विवाद में आ गया था। आखिरकार, अब उस विवाद को भी सुलझा लिया गया है और इस जमीन का उपयोग कन्वेंशन सेंटर और होटल बनाने का प्रस्ताव मंजूर हो गया है।
इतनी जमीन पर होगा निर्माण (Convention Center MP)
इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा इस कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जाएगा। यह सेंटर सुपर कॉरिडोर स्थित स्कीम नंबर 172 में 10 हेक्टयेर जमीन पर बनेगा। वहीं भविष्य के लिए 7 हेक्टेयर जमीन और रिजर्व रखी जाएगी। इस तरह कुल 17 हेक्टेयर जमीन का उपयोग इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए किया जाएगा।
इतनी गाड़ियां हो सकेंगी पार्क (Convention Center MP)
चूंकि कन्वेंशन सेंटर में बड़े स्तर के आयोजन होंगे, इसलिए व्यवस्थाएं भी उसी लिहाज से की जा रही हैं। यहां करीब 3000 गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी, ताकि बड़े आयोजनों में भी कोई परेशानी न हो या शहर की व्यवस्था न बिगड़े। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के फाइनल होते ही टेंडर प्रक्रिया की जाएगी।
इसलिए किया इस जगह का चयन (Convention Center MP)
इंदौर की स्कीम नंबर 172 एक तो इंदौर एयरपोर्ट से मात्र आधा किलोमीटर दूर है। वहीं मेट्रो ट्रेन से भी यह स्थान जुड़ने वाला है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां ट्रैफिक लोड कम है। इन्हीं सब आदर्श परिस्थितियों के कारण इस स्थान को चुना गया है।