
Betul Kisan News: (बैतूल)। पिछले 15-20 वर्षों से मध्यप्रदेश में जो खेल चल रहा है, उसे देखकर तो यही लगता है कि सत्ताधारी दल अपनी कुर्सी बचाने के लिये जनता को झूठे वादों का झुनझुना थमाने में लगे हुए हैं। हर वर्ग को गुमराह करके उसे सुनहरे सपने दिखाए गए। बात यदि शिवराज सरकार में किसानों की ही करें तो किसानों के साथ शिवराज सरकार ने खूब झूठे वादे दिखाकर उनको बर्बादी की ओर ढकेला है। भाजपा सरकार किसानों को लुभावनी योजनाओं का झांसा देकर गुमराह कर रही है। किसानों की दुगनी आय और फसल बीमा योजना के नाम पर उन्हें ठगा जा रहा है। जबकि हकीकत देखी जाए तो किसानों को न सिंचाई के लिए नहरों से पानी मिल रहा है और न ही उन्हें फसल का पूरा दाम दिया जा रहा है।
यह बात कांग्रेस विधायक निलय डागा ने शुक्रवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने बताया कि मध्यम सिंचाई परियोजना अंतर्गत सरकार द्वारा जो दावे किए गए हैं, जमीनी स्तर पर इसकी पड़ताल करने पर सरकार के किसान हितैषी होने के दावे की पोल खुल गई है। श्री डागा ने मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत भाजपा सरकार पर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि मध्यम सिंचाई परियोजना की जमीनी पड़ताल करने के बाद आंकड़े जुटाए गए तो हैरान करने वाली हकीकत सामने आई है। गढ़ा डैम से 16 ग्राम की 9166.06 हेक्टेयर जमीन में से मात्र 3904 हेक्टेयर जमीन ही सिंचित हो रही है। अन्य रकबों के किसान इस सिंचाई परियोजना से वंचित हो रहे हैं।
विधानसभा प्रश्न क्रमांक 1065 में बताया गया कि गढ़ा डैम से बैतूल विधानसभा के 16 ग्राम की 9166.06 हेक्टेयर जमीन में से मात्र 3904 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी जबकि 5262 जमीन असिंचित रहेगी। हिवरखेड़ की 1606.19 हेक्टेयर में से 50 हेक्टेयर, देवगांव 314.97 हेक्टेयर में से 50 हेक्टेयर, डोक्या 450.12 हेक्टेयर में से 50 हेक्टेयर अखतवाड़ा 522.81 हेक्टेयर में से 50 हेक्टेयर जमीन ही सिंचित हो पाएगी। इसी तरह घोघरी डैम से 28 ग्रामों की 15542.95 हेक्टेयर में से आज भी 5552.95 हेक्टेयर जमीन असिंचित है। विधायक ने आरोप लगाया कि मध्यम सिंचाई परियोजना अंतर्गत सरकार द्वारा जो दावे किए गए हैं जमीनी स्तर पर इसकी पड़ताल करने पर इसकी पोल खुल गई है।
मध्यम सिंचाई परियोजना घोघरी की स्थिति
घोघरी का कुल रकबा 465.57 हेक्टेयर है, जिसमें से 239.45 हेक्टेयर ही भूमि सिंचित हो रही है जबकि 226.12 हेक्टेयर भूमि असिंचित है। इसी तरह सेलगांव में 518.20 कुल रकबा है, सिंचित भूमि 409 असिंचित 109.20, ग्राम चारबान का कुल रकबा 389.90 सिंचित 315.53 असिंचित 74.37, हाथीडिंगर 470.97 सिंचित 92.75 असिंचित 378.22, ग्राम बडोरी का कुल रकबा 669.95 सिंचित 285.53 असिंचित 384.42, कोलगांव कुल रकबा 679.10, सिंचित 555.67 असिंचित 123.43, नायक चारसी कुल रकबा 500.01 सिंचित 369.23 असिंचित 130.78, दीवान चारसी 684.76 सिंचित 388.66 असिंचित 296.10, ग्राम बगदरी कुल रकबा 384.20 सिंचित 211.62 असिंचित 172.58, हतनाझिरी 346.68 सिंचित 267.50 असिंचित 79.18, ग्राम पीपला कुल रकबा 750.72 सिंचित 196.95 असिंचित 554.07, मांडवा रकबा 708.81 सिंचित 400.58 असिंचित 308.23, चुरनी कुल रकबा 373.92 सिंचित 300.80 असिंचित 73.12, मुचगोहान 306.71 सिंचित 256.10 असिंचित 50.61 हेक्टेयर।
मध्यम सिंचाई परियोजना गढ़ा की स्थिति
इसी तरह परियोजना गढ़ा के ग्राम मंडईखुर्द में कुल रकबा 674.40 सिंचित 400 असिंचित 274.40, मंडई बुजुर्ग 517.11 सिंचित 265 असिंचित 252.11, माथनी 264.39 सिंचित 556 असिंचित 68.39, टाहली कुल रकबा 610.66 सिंचित 548 असिंचित 626.00, हिवरखेड़ी कुल रकबा 1606.19 सिंचित 50 असिंचित 1556.19, गड़ा कुल रकबा 548.35 सिंचित 387 असिंचित 161.35, देवगांव कुल रकबा 314.97 सिंचित 50 असिंचित 264.97, डोक्या 450.12 सिंचित 50 असिंचित, 400.12, पाढरखुर्द कुल रकबा 261.43 सिंचित 50 असिंचित 211.43, कोदारोटी कुल रकबा 613.34 सिंचित 50 असिंचित 563.34, मालापुर 265.92 सिंचित 50 असिंचित 215.92, देवठान 647.57 सिंचित 540 असिंचित 16057, बोरगांव 560.01 सिंचित 50 असिंचित 516.01, अखटवाड़ा 522.81 सिंचित 50 असिंचित 472.81, इमलीढाना 232.44 सिंचित 204 असिंचित 28.44, लापाझिरी 710.35 सिंचित 604, असिंचित 106.35 ऐसे कुल 9166.06 हेक्टेयर में से मात्र 3904 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो पाई है, वहीं 5262.06 हेक्टेयर भूमि को असिंचित है। विधायक ने वंचित रकबो को उक्त सिंचाई परियोजना में शामिल करने की मांग की है।