
बैतूल (betul update)। बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में जंगल में एक युवक का पेड़ पर लटका युवक का शव मिला है। इससे सनसनी फैल गई है। शव दो से तीन दिन पुराना है। उधर आमला क्षेत्र में पेड़ों के बीच फंसे मिले तेंदुए की मौत हो गई है। उसका वन विहार भोपाल में इलाज चल रहा था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस युवक का शव मिला है, उसकी पुलिस सोमवार शाम से सर्चिंग कर रही थी। मंगलवार सुबह घने जंगल के बीच भेरिया के पेड़ पर लाल गमछे से लटका शव मिला है। जिसकी शिनाख्त पुलिस द्वारा ड्रिलिंग कैंप निवासी गोकुल के रूप में हुई है। जंगल में बकरी चराने वालों द्वारा पेड़ पर लटका शव देखा गया।
इसकी सूचना कन्वेयर बेल्ट लाइन की सुरक्षा कर रहे गार्डों को दी गई। गार्डों द्वारा जंगल में युवक का शव लटका होने की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद से ही पुलिस द्वारा जंगल में सर्चिंग जारी रही थी। चौकी प्रभारी रवि शाक्य ने बताया शव 2-3 दिन पुराना है। जिसकी पहचान गोकुल उइके के रूप में हुई है।
जंगल में भेरिया के 5 फीट ऊंचे पेड़ पर लाल गमछे के फंदे से घुटनों के बल लटका शव मिला है। पाथाखेड़ा पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त कराकर पंचनामा बनाकर मार्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि यह हत्या है या आत्महत्या का मामला है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उधर दक्षिण वन मंडल के अंतर्गत आने वाली आमला रेंज में करीब 6 दिन पहले 2 पेड़ों के बीच फंसे डेढ़ वर्षीय तेंदुए की मौत हो गई है। उसे बैतूल से उपचार के लिए वन विहार भोपाल भेजा गया था। डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बाद भी उसकी जान नहीं बच पाई। विगत 31 अगस्त को सुबह गश्त कर रहे वन कर्मियों ने नर तेंदुए को पेड़ में फंसी अवस्था में देखा था। इसके बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद की टीम को सूचना दी गई।
दोपहर बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे बेहोश करने के बाद सुरक्षित पेड़ों के बीच से निकाला। तेंदुआ को वन विहार भोपाल भेजा गया था। मोवाड़ बीट के कक्ष क्रमांक 499 में यह तेन्दुआ दो पेड़ों के बीच में फंसा हुआ मिला था। आपस में सटे हुए दो पेड़ों के बीच से निकलते समय वह फंस गया था और बाहर नहीं निकल पा रहा था। उसे सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया था। उसे रेस्क्यू वाहन में सुरक्षित रखवाने के बाद वन विहार भोपाल के लिये परिक्षेत्र अधिकारी एवं उनके स्टाफ के साथ रवाना कर दिया गया था।
- यह भी पढ़ें: suicide by jumping into a well : शादी नहीं होने से परेशान युवक ने कुएं में कूदकर की आत्महत्या, तीन बाद बरामद हुआ शव
पिछले 6 दिन से वन विहार के डॉक्टर इस तेंदुए का बेहतर इलाज करने में लगे थे। बैतूल से वन विहार जाने के 2 दिन बाद तेंदुए को पीठ के पिछले हिस्से में पैरालिसिस हो गया था। हालांकि वह डाईट ठीक ले रहा था। इससे उसके बेहतर इलाज के लिए देश के कई वरिष्ठ पशु चिकित्सकों से भी वन विहार के डॉक्टरों ने राय ली।
उसका बेहतर इलाज भी किया, लेकिन पैरालिसिस के द्वारा शरीर के बाकी हिस्से को चपेट में लेने के बाद उसकी हालत नाज़ुक होते चली गईं। बीती रात उसने दम तोड़ दिया। मंगलवार को वन विहार भोपाल में डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।