हिंसक वन्यप्राणी के हमले में घायल एक भैंस की हुई मौत, दो दिन पहले किया था जख्मी

  • उत्तम मालवीय, बैतूल © 9425003881

    मुलताई क्षेत्र के जौलखेड़ा के पास स्थित ग्राम जामुनझिरी के किसान की एक भैंस की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। बुधवार रात में किसान के खेत पर बंधी 2 भैंसों पर हिंसक वन्यप्राणी ने हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया था। इन घायल भैंसों का इलाज चल रहा था।

    जौलखेड़ा क्षेत्र में हिंसक वन्यप्राणी की मौजूदगी लगातार बनी हुई है। जौलखेड़ा में इस वन्यप्राणी के पगमार्क नजर आने के बाद बुधवार रात में उसने किसान ज्ञानराव पाठेकर के खेत में बंधी 2 भैंसों पर हमला कर दिया था। इनमें से एक भैंस रात में ही जान बचाकर किसी तरह किसान के घर पहुंची थी, जबकि दूसरी को कल सुबह घर ले जाया गया था। कल इन दोनों का इलाज शुरू किया गया था, लेकिन रात में ही घर पहुंचने वाली बड़ी भैंस की आज सुबह मौत हो गई। किसान के भतीजे गोपाल ने बताया कि दूसरी घायल भैंस की स्थिति भी ठीक नहीं है। वह भी चारा खाना बंद कर चुकी है। ऐसे में पता नहीं वह भी बच पाती है या नहीं। किसान के द्वारा भैंस की मृत्यु की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। कुछ देर में विभाग की टीम गांव पहुंचने वाली है। हिंसक वन्यप्राणी के हमले में मवेशी की मौत होने पर मुआवजा देने का प्रावधान है।

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    जौलखेड़ा क्षेत्र में दहशत का माहौल

    जौलखेड़ा क्षेत्र में हिंसक वन्यप्राणी की लगातार मौजूदगी बनी होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल है। कल कुछ ग्रामीणों ने वन्यप्राणी को बुंडाला डैम के टापू पर देखा था। लोग शाम होने के बाद घर से नहीं निकल रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं उन पर हमला ना कर दें। वन विभाग भी लगातार चौकसी बरत रहा है और लोगों को सचेत रहने की सलाह दे रहा है।

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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