शिक्षकों ने दिखाई संवेदनशीलता: साथी की मौत पर परिजनों को सौंपी एक लाख की एफडी
बैतूल। अपने एक साथी को कोरोना की दूसरी लहर में हमेशा के लिए खो देने के बाद बैतूल में सहकर्मी शिक्षकों ने एकजुटता के साथ एक जिम्मेदार पहल की। उन्होंने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आपस में सहयोग राशि जुटाई और दिवंगत शिक्षक की पत्नी को एक लाख रुपये की एफडी बनाकर सौंपी ताकि उनके बच्चों को भविष्य में पढ़ाई-लिखाई व अन्य कार्यों में काम आ सके। यह अनुकरणीय पहल संकुल केंद्र खंडारा के अंतर्गत पदस्थ शिक्षकों ने की है।
शुक्रवार को संकुल प्राचार्य पुरुषोत्तम सोनकुसले, प्रभारी प्राचार्य वासुदेव धोटे, सेवानिवृत्त शिक्षक रमेश वर्मा के नेतृत्व में शिक्षकों ने संकुल केंद्र खंडारा में स्व. देवन परते की पत्नी को 1 लाख रुपए की एफडी सौंपकर आर्थिक सहायता दी। शिक्षक राजेंद्र प्रसाद साहू ने बताया कि माध्यमिक शाला राठीपुर में पदस्थ देवन परते कोविड-19 की दूसरी लहर में दिवंगत हो गए थे। उनकी ड्यूटी कंटेंनमेंट जोन में लगाई गई थी। इस दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गए। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इस दौरान शिक्षकों ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. परते एक अनुशासित शिक्षक थे। अपने कर्तव्य के प्रति हमेशा सजग रहते थे। उनके निधन से शिक्षा जगत को नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। वहीं दो मिनट का मौन रखकर शिक्षक साथी स्व. परते को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस पुनीत कार्य में 140 शिक्षक साथियों ने आपसी सहयोग कर दिवंगत शिक्षक साथी के परिजन को आर्थिक सहायता दी। इस अवसर पर शिक्षक राजकुमार राठौर, रवि सरनेकर, राजेन्द्र प्रसाद साहू, गंगाराम घुड़ाले, नरेंद्र मालवी, मधु सोनारे, रवि अतुलकर, सुनीता पंवार, कलावती सावरकर, रजनी बड़ोदे, कविता पंवार, रमेश पंवार, संजू उईके, रघुवर प्रसाद सोनी, जितेंद्र मनोहरे सहित संकुल केंद्र खंडारा के अन्य शिक्षक मौजूद रहे।