बैतूल जिले के भीमपुर ब्लॉक की कासमार खंडी पंचायत के ग्राम जड़िया में कड़ाके की ठंड में भी जलसंकट बना है। यहां के ग्रामीण पंचायत की लापरवाही का खामियाजा भुगतने मजबूर हैं। बीते साल यहां कूप निर्माण का काम शुरू हुआ था जो पंचायत ने आधा अधूरा छोड़ दिया है। गांव के सभी हैंडपंप बंद पड़े हैं। ऐसे में ग्रामीणों को 3 किलोमीटर दूर पड़ोस के गांव सांगवानी महुढाना से पानी ढोना पड़ रहा है। ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, लेकिन पंचायत या पीएचई विभाग द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है।
ग्रामीणों के अनुसार जड़िया गांव में शुरू से ही जलसंकट की स्थिति रहती आई है। इसके चलते शासन ने बीते साल यहां के लिए 4 लाख, 70 हजार, 873 रुपये राशि से पेयजल कूप स्वीकृत किया था। पंचायत ने यह काम शुरू भी किया और लगभग 25 फीसद काम करने के बाद काम बंद कर दिया। उसके बाद से महीनों से काम ठप पड़ा है। उसे दोबारा शुरू करने की जहमत ना तो पंचायत ने उठाई और ना ही जनपद के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना जरूरी समझा। बताते हैं कि स्वीकृत राशि में से अधिकांश का आहरण भी पंचायत द्वारा किया जा चुका है।

ग्राम के सभी हैंडपंप भी बंद
इधर गांव में स्थिति यह है कि सभी हैंडपंप बंद पड़े हैं। कहने को तो यहां 4 हैंडपंप हैं, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार एक भी चालू नहीं हैं। कोई पूरी तरह खराब है तो किसी में कोई समस्या है। इसके चलते गांव में फिलहाल पानी का कोई भी स्रोत उपलब्ध नहीं है। ऐसे में ग्रामीण कड़ाके की इस ठंड में भी पेयजल संकट से दो-चार हो रहे हैं।
पड़ोस के गांव से पानी लाने की मजबूरी
इन हालातों में गांव के लोग 3 किलोमीटर दूर पड़ोस में स्थित गांव सांगवानी महुढाना से पानी लाने को मजबूर हैं। ग्रामीण पड़ोस के इस गांव से मोटर साइकिल, गाड़ी बैल और सिर पर पानी लाकर काम चला रहे हैं। उनका अधिकांश समय पानी की व्यवस्था में ही चला जाता है। लंबे समय से यह समस्या होने के बावजूद किसी ने ग्रामीणों की सुध नहीं ली है। जबकि ग्रामीणों के अनुसार वे पंचायत के साथ ही जनपद और पीएचई के अधिकारियों के पास भी गुहार लगा चुके हैं।
अब ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार
लंबे समय से जलसंकट झेल रहे ग्रामवासियों ने अब कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस से जल संकट से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने अधूरे छोड़े गए पेयजल कूप की जांच के साथ ही जल्द उसका निर्माण करवाने और बिगड़े हैंडपंपों का जल्द सुधार करवाने की गुहार लगाई है।