मिलिए रामलीला के मेघनाद से; कलम वाले हाथों में तलवार और अग्निबाण

  • उत्तम मालवीय (9425003881)
    बैतूल।
    इनसे मिलिए… ये हैं मुलताई के राकेश अग्रवाल। वैसे तो मूलतः वे कलमकार हैं और एक पत्रकार के रूप में अखबारों में विभिन्न जन समस्याओं, घोटालों सहित अन्य मुद्दों पर बेबाकी के साथ अपनी तीखी कलम चलाते हैं, लेकिन इनका एक रूप और है। इन्हें अभिनय का भी खासा शौक है। यह शौक वे रामलीला के जरिए पिछले 20 सालों से पूरा कर रहे हैं। मुलताई में चल रही रामलीला में इन दिनों मेघनाद के दमदार किरदार के रूप में लोग इन दिनों उनका अभिनय देख ही रहे हैं। मुलताई नगर में होने वाली रामलीला इस मायने में अनूठी है कि सभी जगह रामलीला नवरात्र में होती है और दशहरा पर्व पर समाप्त होती है, लेकिन मुलताई में नवरात्र के बाद रामलीला शुरू होती है। इस रामलीला में राकेश पिछले दो सालों से मेघनाद का अभिनय कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि वे महज इन दो सालों से ही रामलीला में अभिनय कर रहे हैं बल्कि पिछले 20 सालों से रामलीला के मंच पर वे अपने अभिनय का जलवा बिखेर रहे हैं। इससे पहले वे सीता, लक्ष्मण, बाली के रोल भी बखूबी और दमदार अंदाज में कर चुके हैं। राकेश कहते हैं कि उन्हें धर्म में गहरी आस्था है और अभिनय उनका शौक है। रामलीला का यह मंच उनकी आस्था और शौक, दोनों को ही पूर्णता प्रदान करता है। इसलिए उन्हें हर साल ही रामलीला का बेसब्री से इंतजार रहता है। रामलीला में अभिनय के राकेश के लिए भले ही कुछ अलग मायने हो, लेकिन कलम वाले हाथों में तलवार और अग्निबाण देखकर हर कोई अचरज में पड़ जाते हैं और उनके किरदार में पूरी तरह डूब कर किए जाने वाले उनके अभिनय को मंत्र मुग्ध और भावविभोर होकर देखते रहते हैं।

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