मन मोह लेगी खेड़ी में गूंज रही इस राजस्थानी सारंगी की धुन

  • मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
    बैतूल के समीप स्थित खेड़ी सांवलीगढ़ में इन दिनों मरु भूमि राजस्थान की संस्कृति के रंग बिखर रहे हैं। राजस्थान की केशर बाई और उनके पति मौजीलाल जब सारंगी की मधुर धुन छेड़ते हैं तो लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। केशर बाई जहां गीतों और भजनों की प्रस्तुति देती हैं तो मौजीलाल सारंगी पर उनका साथ देते हैं।

    राजस्थान से आए मौजीलाल और केशरबाई इन दिनों गाँव की गलियों में फेरी लगाकर मधुर स्वरों में भगवान श्री कृष्ण की बाललीला से जुड़े भजन और श्री राम, हनुमान जी के भजन लयबद्ध होकर साथ-साथ गाते है। उनकी प्रस्तुति शुरू होते ही संगीत का समाँ बंध जाता है और सुनने वालों की भीड़ लग जाती हैं।

    आज अल सुबह से ही खेड़ी की गलियों और प्रतिष्ठानों में मौजीलाल और केशर बाई की सारंगी और भजनों को सुनने लोगों का हुजूम लगता रहा। लोगों ने उन्हें इनाम देने में भी देरी नहीं की। राजस्थानी संगीत और वह भी मधुर सारंगी की धुन लोगों ने देर तक सुनकर आनंद उठाया। सारंगी बजाने वाले मौजीलाल का कहना है वह 50 वर्षों से यह वादन और गायन कर रहे हैं। उन्हें कई जगह पुरुस्कार भी मिले हैं।

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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