यह 6 स्कूल करेंगे रोजगार की बारिश, स्किल हब के लिए चयनित
बैतूल जिले के नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रम (innovative vocational courses) संचालित छ: विद्यालयों का स्किल हब (Skill Hub) के लिए चयन किया गया है। जिसमें कक्षा 8वीं एवं उससे अधिक योग्यता वाले शाला त्यागी छात्र-छात्राएं प्रवेश ले सकेंगे। उनकी आयु एक जनवरी 2022 को 15 से 29 वर्ष के मध्य होना चाहिए। ऐसे युवक एवं युवतियों को विभिन्न ट्रेड यथा आईटी, आईटीईएस, हेल्थ केयर, ब्यूटी वेलनेस, रिटेल, सेल्स मार्केटिंग, इलेक्ट्रॉनिक एंड हार्डवेयर एवं अपेरल एंड होम फर्नीशिंग, फ्लोरीकल्चर का प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाएगा। यह प्रमाण पत्र उनके कैरियर में बहुत उपयोगी होगा एवं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रभावी होगा।
जिला शिक्षा अधिकारी एलएल सुनारिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत जिस ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाना है, उसमें आईटी, आईटीईएस, हेल्थ केयर, ब्यूटी वेलनेस, रिटेल, सेल्स मार्केटिंग, इलेक्ट्रॉनिक एंड हार्डवेयर एवं अपेरल एंड होम फर्नीशिंग शामिल हैं। नवीन व्यावसायिक शिक्षा योजना में प्रदेश के चयनित 1213 विद्यालयों में 12 ट्रेड संचालित हो रहे हैं।
किस स्कूल में कौनसा प्रशिक्षण मिलेगा
इन चयनित विद्यालयों में से बैतूल जिले के छ: विद्यालयों में 11 ट्रेड का चयन स्किल हब के रूप में किया गया है-
◆ विकासखंड बैतूल के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैतूल में आईटी, आईटीईएस तथा शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक बैतूल में रिटेल एवं अपेरल एंड होम फर्नीशिंग ट्रेड संचालित किए जाएंगे।
◆ विकासखंड भीमपुर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भीमपुर में अपेरल एंड होम फर्नीशिंग ट्रेड संचालित किया जाएगा।
◆ विकासखंड घोड़ाडोंगरी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चोपना में हेल्थकेयल एंड फ्लोरीकल्चर तथा शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय घोड़ाडोंगरी में इलेक्ट्रॉनिक-हार्डवेयर एवं आईटी, आईटीईएस ट्रेड संचालित किए जाएंगे।
◆ विकासखंड मुलताई के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुलताई में इलेक्ट्रॉनिक-हार्डवेयर एवं आईटी, आईटीईएस ट्रेड संचालित किए जाएंगे।
स्कूलों की लैब का किया जा सकेगा उपयोग
शालाओं में स्थापित उक्त प्रयोजन हेतु लैब का उपयोग शाला समय के पूर्व या पश्चात इस योजना के लिए किया जाएगा। भारत शासन द्वारा इन लैब का उपयोग विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अतिरिक्त स्कूल न जाने वाले बाहरी बच्चों के लिए कौशल प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में उपयोग किया जाएगा। जो विद्यार्थी (युवक एवं युवतियां) इच्छुक हों, वे उक्त शासकीय विद्यालयों में सम्पर्क कर सकते हैं।