बेमौसम बारिश से मंडी में रखी हजारों बोरे मक्का गीली

  • उत्तम मालवीय, बैतूल © 9425003881
    बैतूल जिले में शनिवार रात से सुबह तक बारिश हुई। सुबह जब लोग उठे तो हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। इस बेमौसम बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। बारिश ने किसानों के साथ ही व्यापारियों की भी खासी मुसीबत बढ़ा दी है। कृषि उपज मंडी बडोरा के खुले प्रांगण में रखे मक्का के हजारों बोरे गीले हो गए। इधर गुड़घानियां भी बंद हो गई है। दूसरी ओर एक बार फिर कड़ाके की ठंड जोर पकड़ रही है।

    रात में हुई बारिश से मंडी प्रांगण में खुले में रखे मक्के के बोरे बारिश से गीले हो गए हैं। इसमें कुछ किसानों के थे और ज्यादातर बोरे व्यापारियों के थे। पूर्व व्यापारी प्रतिनिधि प्रमोद अग्रवाल का कहना है कि लगभग 30 हजार बोरे मक्के के गीले हो गए हैं जो कि व्यापारियों के थे। खरीदी होने के बाद गोदाम में रखने के लिए ट्रांसपोर्ट की तैयारी थी, लेकिन बारिश होने से अनाज मक्का गीली हो गई है। इससे बड़ा नुकसान हुआ है। मक्का गीली होने के बाद उसमें फंगस लग जाती है और बारदाना भी सड़ जाता है।

    मंडी में नहीं है पर्याप्त स्थान
    व्यापारियों के लिए मंडी में पर्याप्त सुविधा नहीं है। करीब 14 एकड़ की मंडी में 4 एकड़ में सब्जी मंडी लगने से व्यापारियों और किसानों के लिए सिर्फ 10 एकड़ प्रांगण बचता है। सब्जी मंडी होने के कारण काफी दिक्कत हो रही है। ट्रांसपोर्ट करने में भी परेशानी हो रही है और रेक नहीं से मक्का समय पर नहीं उठ पाती है। मंडी के जो शेड हैं, उसमें किसानों का ही अनाज रखने की व्यवस्था की है। व्यापारियों का माल शेड के बाहर रखा जाता है। मंडी की व्यवस्था को लेकर किसी का ध्यान नहीं है ।

    नहीं ढंके वाले चौकड़े हुए गीले
    मंडी निरीक्षक बीआर कापसे ने बताया कि मक्का की अच्छी आवक है। प्रतिदिन 30000 से ज्यादा बोरे की आवक होती है। शुक्रवार को किसानों की मक्का की तौल हो चुकी थी। शनिवार को मंडी बंद थी। मंडी प्रांगण में व्यापारियों की मक्का रखी थी। जो बारिश के कारण भीग गई है। कुछ व्यापारियों ने चौकड़े पर पॉलीथिन डाल रखी थी। जिन्होंने नहीं ढंकी थी, उनके मक्के के बोरे गीले हो गए हैं।

    मावठ की बारिश फसलों के लिए अच्छी
    रात भर हुई बारिश से सुबह उठते ही लोगों को हर जगह पानी-पानी नजर आया। जानकारों के अनुसार मावठ की यह बारिश एक ओर जहां फसलों के लिए बहुत ही लाभदायक है तो आमजन के लिए बढ़ती सर्दी ने परेशानी पैदा कर दी है। अचानक हुई बारिश ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। इसका असर शहर के साप्ताहिक बाजार में देखने को मिला।

    Photo: Lokesh Verma

    बारिश के बाद छाई कोहरे की धुंध
    अचानक आई बारिश से जहां फसलों को तो फायदा हुआ वहीं क्षेत्र में चल रही सैकड़ों गुड़घानी बंद हो गई हैं। गुड़ बनाने के लिए कढ़ाई गर्म करने के लिए लगने वाला सूखा कचरा गीला हो गया है। किसानों की माने तो खेत की मिट्टी गीली होने से एक सप्ताह तक गन्ना कटाई और गुड़ घानी बंद रहेगी। सुबह मूसलाधार बारिश बंद होते ही सड़कों पर कोहरे की धुंध छा गई।

    Photo: Lokesh Verma

    बैतूल जिले में हुई इतनी बारिश
    रात से सुबह तक जिले के 5 ब्लॉकों में एक इंच से अधिक बारिश हुई है। भू-अभिलेख कार्यालय बैतूल से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल में 30.4, घोड़ाडोंगरी में 30, चिचोली में 5.1, शाहपुर में 15, मुलताई में 16.8, प्रभातपट्टन में 33.4, आमला में 13, आठनेर में 31.2 और भैंसदेही में 28 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। भीमपुर में बारिश नहीं हुई।

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