पाला पड़ने से तबाह हो गई सब्जियों की फसल
कड़ाके की ठंड में पाले के प्रकोप से क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसानों को नुकसान हुआ है। पाले का ऐसा कहर टूटा कि किसानों की फसल बर्बाद हो गई। पिछले दिनों बेमौसम बरसात के कारण हुए नुकसान के बाद किसान अभी उबर भी नहीं पाए थे। अब पाले ने उन्हें दोहरी चोट दे दी है।
बर्फ जमने तथा उसके बाद हवा चलने के बाद शीत लहर से भारी नुकसान हुआ है। जिससे किसान के चेहरे पर चिंता की लकीरें आ गई हैं। हजारों रुपए की लागत लगाकर टमाटर, मटर और बैंगन की खेती को तैयार किया,लेकिन पिछले 5 दिनों से गिरते तापमान के बाद कोहरे से सब्जी की फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।
दो दिन तो फसल पर बर्फ की परत जम गई। इससे टमाटर के फूल व फल मटर के फूल, फल और बैंगन की सब्जी की फसल धराशायी हो गई। टमाटर, मटर व बैंगन की खेती पांच दिन में बर्बाद हो गई। सर्दी के सितम से जनजीवन ही अस्त-व्यस्त नहीं है। बल्कि किसान की रोजी-रोटी भी चौपट होने लगी है। लगातार तापमान नीचे जाने से पड़ रहा पाला सब्जी की फसल को चौपट कर गया।
ऊपर से शीतलहर के आगे फसल अपना दम तोड़ने लगी है। मटर, टमाटर, बैंगन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। टमाटर से लदे पेड़ की पत्तियां और डंठल पाले से जलकर सूख गए। साथ ही बेला वाली सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। इससे आने वाले दिनों में सब्जियों के भाव में भी खासा उछाल होने की संभावना है।