गांव के बच्चों ने स्थानीय सामग्री से बनाए ऐसे आकर्षक लैंप और मोर वाले दीये कि हर कोई बोल उठा वाह…
बैतूल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ के मूलमंत्र को आदिवासी बहुल सिमोरी गांव के स्कूली बच्चे पूरी तन्मयता से सार्थक करते नजर आ रहे हैं। मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर आज इन नन्हें-नन्हें बच्चों ने अपना हुनर दिखाया और स्थानीय सामग्रियों से ही ऐसे आकर्षण लैंप और दीये बना दिये जिन्हें देख कर हर कोई वाह कर उठा। मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर शासकीय माध्यमिक शाला सिमोरी में जन अभियान परिषद के माध्यम से आत्मनिर्भर व सामाजिक समरसता की शपथ ली गई।
शिक्षक शैलेन्द्र बिहारिया व ममता गोहर ने बताया कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर बच्चों ने ‘एक दीपक शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के अंतर्गत मोर की आकृति के दीये, स्टार लैंप और स्टैंड वाले दीये बनाए। स्थानीय उपलब्ध संसाधनों से ही उन्हें डेकोरेट भी किया गया। इस अवसर पर प्रीति वरकड़े व नेहा बडौदे ने कहा कि हमने अपने हाथ से इन दीपकों को तैयार किया है जो दीपावली पर शहीदों के नाम से जलाए जाएंगे। नई शिक्षा नीति का भी उद्देश्य यही है कि बच्चों में शैक्षिक गतिविधि के साथ सह शैक्षिक गतिविधि हेतु आवश्यक कौशलों का निर्माण हो सके। इस अवसर पर राधिका पटैया उपस्थित थीं।