गजब का सरकारी अस्पताल: ऑपरेशन के लिए मांगे जाते हैं रुपए
बैतूल। आयुष्मान भारत योजना में भले ही गरीब मरीजों का नि:शुल्क इलाज का प्रावधान हो, लेकिन बैतूल के जिला अस्पताल के डॉक्टर जैसे इस योजना को कोई तवज्जो ही नहीं देते हैं। इसी का खुलासा करते हुए एक मरीज ने पैसे नहीं दिए जाने पर उसका ऑपरेशन 3 दिनों तक टाले रखने का गम्भीर आरोप लगाते हुए इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन को की है। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश देते हुए सीएमएचओ बैतूल को जांच सौंपी है।
मरीज कैलाश बड़ौदे (27) के कैलाश भीमपुर विकासखंड के गुरुढाना गांव का रहने वाला है। उसके पास आयुष्मान कार्ड भी है। हर्निया से पीड़ित कैलाश अपना ऑपरेशन कराने के लिए जिला अस्पताल में 21 अक्टूबर को भर्ती हुआ था। वह दर्द से कराहता रहा, लेकिन उसका 3 दिन तक ऑपरेशन नहीं हुआ। कैलाश का आरोप है कि डॉक्टर प्रदीप धाकड़ ने हर्निया के ऑपरेशन के लिए उससे 3000 रुपये मांगे थे। गरीब होने के कारण वह उनकी डिमांड पूरी नहीं कर पाया। इस पर डॉक्टर धाकड़ ने कहा कि ढाई हजार रुपए लगेंगे और जब तक पैसे नहीं दोगे तब तक ऑपरेशन नहीं होगा। कैलाश ने अपने चाचा की मदद से 2000 रुपये का इंतजाम किया और डॉक्टर धाकड़ को ऑपरेशन थिएटर में 2000 रुपये दिए। इसके बाद उसका 23 अक्टूबर को ऑपरेशन हुआ। कैलाश को इलाज और दवाई फ्री मिलनी थी, लेकिन उसे कुछ दवाई बाजार से भी खरीदनी पड़ी। कैलाश ने मामले की शिकायत अधिकारियों से की और जांच शुरू हो गई है।
अन्य मरीजों ने भी लगाए आरोप
मामले की जांच करने सीएमएचओ डॉ. एके तिवारी ने जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में पहुंचकर और भी मरीजों से बात की तो सब्जी बेचने वाले गौठाना निवासी कुंवरलाल रैकवार (जिनका भी हर्निया का ऑपरेशन हुआ है) ने भी आरोप लगाया है कि ऑपरेशन होने के बाद रमेश मालवी नाम का कर्मचारी बार-बार पैसे मांग रहा है। उसने बताया कि उसके पास पैसे नहीं है। कुछ पैसे थे तो दवाइयां बाजार से खरीदनी पड़ी। मरीज कुंवरलाल का कहना है कि शिकायत के बाद डॉ. रंजीत राठौर ने आकर मरीजों को बोला कि अगर ऐसी शिकायत करोगे तो हम ऑपरेशन नहीं करेंगे और भोपाल रेफर करेंगे।
मामले की जांच की जा रही है: डॉ. तिवारी
मामले की जांच कर रहे सीएमएचओ डॉ. एके तिवारी का कहना है कि आयुष्मान योजना के तहत पात्र मरीजों को 500000 रुपये तक का इलाज फ्री मिलता है। जिला अस्पताल में भर्ती आयुष्मान कार्डधारी मरीजों ने शिकायत की है कि सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. धाकड़ ने उनसे ऑपरेशन के लिए पैसे लिए हैं और दवाइयां भी बाजार से मंगवाई है। यह गलत है, इसकी जांच की जा रही है और जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा जाएगा। कैलाश बडौदे के अलावा कुछ और मरीजों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कुछ से पैसे लिए गए हैं और कुछ से पैसे मांगे गए हैं। मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है।
मैंने नहीं लिए मरीज से कोई पैसे: डॉ. धाकड़
जिला चिकित्सालय में पदस्थ सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. प्रदीप धाकड़ ने इस संबंध में सहयोगी प्रकाशन बैतूल जिले के सांध्य दैनिक अखबार खबरवाणी से चर्चा में कहा कि हो सकता है सामान वगैरह कुछ मंगवाया होगा। यह आरोप गलत है। शिकायत तो होती रहती है पर ऐसा कुछ नहीं है। नंबर लगे रहते हैं, जब जिस मरीज का नंबर आता है, तब उस मरीज का ऑपरेशन होता है। मैंने किसी से पैसे नहीं लिए हैं।