कोरोना का ऐसा खौफ कहीं देखा नहीं होगा… पटना की इस डॉक्टर ने लगवा लिए वैक्सीन के 5-5 डोज
बिहार में वैक्सीनेशन में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस बार यह कारनामा आम आदमी ने नहीं, वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी निभाने वाली पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने किया। डॉ. सिंह अलग-अलग डॉक्युमेंट का इस्तेमाल कर अब तक कोवीशील्ड की 5 डोज ले चुकी हैं। वैक्सीन की 5 डोज के लिए उन्होंने दो अलग-अलग रजिस्ट्रेशन कराए हैं। एक में आधार कार्ड और दूसरे में पैन कार्ड का इस्तेमाल किया है।
वैक्सीनेशन से जुड़े कागजातों के मुताबिक सिविल सर्जन ने महज 350 दिन में ही 5 डोज ली है। पहले रजिस्ट्रेशन पर दो डोज और दूसरे पर दोनों डोज के साथ ही प्रिकॉशन डोज भी ली है।
जानिए कैसे किया गया फर्जीवाड़ा
28 जनवरी 2021 को पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह को कोवीशील्ड की पहली डोज दी गई है। इसके लिए सिविल सर्जन ने अपना पैनकार्ड (AKFPS8XXXX) का इस्तेमाल किया है। सिविल सर्जन ने इसी रजिस्ट्रेशन पर 17 जून 2021 को दूसरी डोज भी ली। वह 17 जून 2021 को दोनों डोज लेने के बाद फुली वैक्सीनेटेड हो गईं। दोनों डोज पूरा करने के बाद उन्हें फुली वैक्सीनेटेड का प्रमाण पत्र भी बेनिफिशियरी रिफरेंस आईडी (5097711525964) से जारी कर दिया गया। प्रमाण पत्र (ID 87555958611) में वैक्सीनेशन का स्थान गर्दनीबाग हॉस्पिटल और वैक्सीनेटर का नाम सुषमा कुमारी दर्ज है।
दूसरी बार पेन कार्ड पर रजिस्ट्रेशन
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने दूसरा रजिस्ट्रेशन अपने आधार कार्ड पर 6 फरवरी 2021 को कराया है। आधार नंबर (XXXXXXXX6126) और यूनीक हेल्थ ID (UHID) 33874708584437 से 6 फरवरी 2021 को पहली डोज कोवीशील्ड की ली और 12 मार्च 2021 को दूसरी डोज लगवा ली। इसके बाद 13 जनवरी 2022 को प्रिकॉशन डोज भी ली। उन्हें 13 जनवरी 2022 को फुली वैक्सीनेटेड का प्रमाण पत्र (ID 52872516125) भी जारी कर दिया गया। फुली वैक्सीनेटेड के प्रमाण पत्र में पहली और दूसरी डोज के साथ प्रिकॉशन डोज का भी उल्लेख किया गया है। इस सर्टिफिकेट में बेनिफिशियरी रेफरेंस ID (597648365856) के साथ वैक्सीनेशन का स्थान गर्दनीबाग हॉस्पिटल और वैक्सीनेटर का नाम निशा कुमारी दर्ज है।
12 डोज लेने वाले की तलाश में पुलिस, अब CS पर क्या कार्रवाई
मधेपुरा के ब्रह्मदेव मंडल के 12 बार वैक्सीन की डोज लेने के बाद भारत सरकार के कोविन पोर्टल पर सवाल खड़ा हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया और फिर पुलिस ब्रह्मदेव मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुट गई। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को इस पर सफाई देनी पड़ी और जांच कराकर रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई।
यह बोले थे बिहार के अपर मुख्य सचिव
अपर मुख्य सचिव ने साफ कहा था, ‘जांच में पाया गया कि अलग-अलग आईडी से रजिस्ट्रेशन कर ब्रह्मदेव मंडल ने वैक्सीनेशन कराया है।’ इसे अपराध की श्रेणी में रखते हुए अपर मुख्य सचिव ने कार्रवाई की बात कही थी। अब ब्रह्मदेव मंडल की तरह ही पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने दो-दो रजिस्ट्रेशन से वैक्सीन (कोवीशील्ड) की 5 डोज लेकर कोविन पोर्टल पर सवाल खड़ा कर दिया है।
आखिर क्यों तोड़ी भारत सरकार की गाइडलाइन
सवाल यह है कि स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी अधिकारी ने दो आईडी से क्यों रजिस्ट्रेशन कराया और क्यों उन्हें भारत सरकार की गाइडलाइन तोड़कर 5 बार वैक्सीनेशन कराना पड़ा।
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