कलेक्टर की खरी-खरी: बच्चों में शिक्षा का स्तर कमजोर, शिक्षकों को दिलाएं प्रशिक्षण
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाने के लिए शिक्षकों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि विगत दिनों ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में उनके द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता के निरीक्षण के दौरान शिक्षा की गुणात्मकता अपेक्षित रूप से कमजोर पाई गई। कलेक्टर ने बताया कि उनके द्वारा निरीक्षण किए गए स्कूल में शिक्षकों की कमी नहीं थी, परन्तु बच्चों में शिक्षा का स्तर कमजोर था। श्री बैंस ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में यह बात कही।
बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शिक्षकों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के लिए विषय वस्तु विशेषज्ञ बुलाए जाएं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिलाष मिश्रा एवं सहायक कलेक्टर अंशुमन राज इस प्रशिक्षण का समन्वय करेंगे। कलेक्टर ने स्कूलों के शैक्षणिक आंकलन के लिए नियुक्त किए विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों से भी कहा कि वे जब भी भ्रमण पर जाएं, शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका अवश्य देखें। शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका यदि संतोषजनक नहीं है तो उसका फीडबैक दें। नोडल अधिकारी विद्यार्थियों की क्लास भी लें। नोडल अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे आवंटित स्कूलों का सतत भ्रमण करें एवं शिक्षकों से अध्ययन व्यवस्था के प्रति जीवंत संपर्क में रहें।