आखिर कलेक्टर को क्यों चखना पड़ा पोषण आहार…!
◆उत्तम मालवीय (9425003881)◆
- बैतूल। जिले के दूरस्थ अंचल भीमपुर की ग्राम पंचायत क्लस्टर दामजीपुरा में शनिवार को ग्राम संवाद कार्यक्रम में आमजन की समस्याओं का निराकरण किया गया। इस दौरान लोगों को योजनाओं से संंबंधित जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। ग्राम संवाद के दौरान ग्राम पंचायत महतपुर-जावरा के पंचायत सचिव मनोटी मर्सकोले के विरूद्ध कार्य में अनियमितता एवं लापरवाही की शिकायत मिलने पर कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने निलंबित करने के निर्देश दिए। सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा भी इस दौरान मौजूद थे।
ग्राम संवाद कार्यक्रम स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ियों के माध्यम से बच्चों को दिए जाने वाले टेक-होम राशन से बने व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य टेक-होम राशन से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर बच्चों की पौष्टिक आहार के प्रति रूचि जागृत करना था। पोषण आहार प्रदर्शनी में टेक-होम राशन से बने लड्डू, बर्फी, खुरमी, हलवा, मीठे भजिये, मक्के की रोटी, मक्के की पीठ, चीले, पुदीना की चटनी, ढोकले, प्रीमिक्स खिचड़ी इत्यादि शामिल थे। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने इन व्यंजनों का स्वाद चखा और कहा कि यह लाजवाब हैं, बच्चों के लिए इनका ज्यादा उपयोग हो, इसके लिए जागरूकता लाई जाए। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री मिश्रा ने भी व्यंजनों का स्वाद चखा।
पोषण आहार में लापरवाही पर होगी कार्यवाही
ग्राम संवाद कार्यक्रम में कलेक्टर श्री बैंस ने महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले से साफ तौर पर कहा कि आंगनवाड़ी से वितरित होने वाले पोषण आहार, टेक-होम राशन एवं रेडी-टू-ईट के वितरण के संबंध में किसी भी स्थान से शिकायत प्राप्त नहीं होना चाहिए। पोषण आहार वितरण व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी रहे। उन्होंने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वे सतत् पोषण आहार वितरण व्यवस्था पर निगरानी बनाए रखे। लापरवाही मिलने की दशा में संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।
शिविर में आए 170 आवेदन, 26 निराकृत
ग्राम संवाद के दौरान दामजीपुरा क्लस्टर की ग्राम पंचायत बाटलाकला, झाकस, केकडियाकला, बोरकुंड, डुलारिया, दामजीपुरा, बटकी, महतपुर जावरा, देसली, बाटलाखुर्द, कामोद एवं चिल्लौर क्षेत्र की समस्याएं सुनी गईं। शिविर में समस्याओं पर आधारित 170 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 26 का मौके पर ही निराकरण किया गया। शेष के निराकरण के लिए समय-सीमा प्रदान की गई। शिविर स्थल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र देने की व्यवस्था की गई, इसके अलावा विभिन्न तरह की बीमारियों का नि:शुल्क उपचार भी किया गया। इस दौरान कलेक्टर ने उपचार शिविर का भी अवलोकन किया।