अनोखा शिव मंदिर: यहां बैठकर नहीं की जाती पूजा

  • मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
    जिला मुख्यालय के समीप ग्राम खेड़ी सांवलीगढ़ के गंगा कुण्ड में प्राचीन शिव मंदिर है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजित है। यह इस मायने में अनूठा शिव मंदिर है कि यहां पर श्रद्धालु बैठ कर पूजा-अर्चना नहीं करते हैं।

    मध्यप्रदेश के प्रथम राज्यपाल डॉक्टर पट्टाभि सीतारमैया के द्वारा वर्ष 1953 में इस शिवलिंग की स्थापना की गई थी। जानकारों के अनुसार इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना बैठकर नहीं की जा सकती। इसे लेकर विद्वानों का कहना है कि दरअसल यह शिवलिंग डमरू शिवलिंग है।

    इसलिए यहां श्रद्धालु शिव अर्चना तो करते हैं, लेकिन बैठ कर नहीं। हालांकि जिन्हें जानकारी नहीं है, वे बैठकर भी करते हैं। ऐसा माना जाता है कि डमरू शिवलिंग यदा कदा स्थानों पर ही हैं। इस शिवलिंग को जाग्रत शिवलिंग माना जाता है। सोमवार को पशुपति व्रत करने वाले भक्तों की यहां भीड़ लगी रहती है।

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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