अनोखा शिव मंदिर: यहां बैठकर नहीं की जाती पूजा
जिला मुख्यालय के समीप ग्राम खेड़ी सांवलीगढ़ के गंगा कुण्ड में प्राचीन शिव मंदिर है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजित है। यह इस मायने में अनूठा शिव मंदिर है कि यहां पर श्रद्धालु बैठ कर पूजा-अर्चना नहीं करते हैं।
मध्यप्रदेश के प्रथम राज्यपाल डॉक्टर पट्टाभि सीतारमैया के द्वारा वर्ष 1953 में इस शिवलिंग की स्थापना की गई थी। जानकारों के अनुसार इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना बैठकर नहीं की जा सकती। इसे लेकर विद्वानों का कहना है कि दरअसल यह शिवलिंग डमरू शिवलिंग है।
इसलिए यहां श्रद्धालु शिव अर्चना तो करते हैं, लेकिन बैठ कर नहीं। हालांकि जिन्हें जानकारी नहीं है, वे बैठकर भी करते हैं। ऐसा माना जाता है कि डमरू शिवलिंग यदा कदा स्थानों पर ही हैं। इस शिवलिंग को जाग्रत शिवलिंग माना जाता है। सोमवार को पशुपति व्रत करने वाले भक्तों की यहां भीड़ लगी रहती है।