Tata Group IPO: टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा जल्द ही 3 कंपनियों के IPO ला रहे है। टाटा टेक्नोलॉजी सॉर्ट टाटा प्ले के बाद अब एनबीएफसी कंपनी टाटा कैपिटल का आईपीओ बाजार में आने वाला है। यहां आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। बताया जा रहा है कि 11 लाख करोड़ के केपिटल के साथ यह कंपनी 55 हजार करोड़ रुपए मार्केट से आईपीओ के जरिए उठाएगी। इसके पहले भारतीय जीवन बीमा निगम LIC ने देश का सबसे बड़ा IPO लगभग 20 हजार करोड़ का पेश किया था।
आईपीओ की प्रक्रिया शुरू (Tata Group IPO)
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा समूह ने इस IPO के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल कंपनी दो एडवाइजर्स के साथ काम कर रही है। वहीं एक और एडवाइजर को नियुक्त किया जा सकता है।
2004 में आया था TCS का आईपीओ (Tata Group IPO)
टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी करीब 74.42 फीसदी है। वहीं अल्फा टीसी की 8।96 और टाटा कैपिटर ग्रोथ फंड की हिस्सेदारी 4.48 फीसदी है। टाटा ग्रुप का आखिरी आईपीओ 2004 में आया है। तब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का आईपीओ लाया गया था।
Tata Tech के अलावा Tata Sons का आईपीओ
अभी तक जो चर्चाएं चल रही थीं, उनके मुताबिक Tata Group की कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ (Tata Tech IPO) आने वाला है। रिपोर्ट्स की मानें तो SEBI से टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को लॉन्च करने लिए मंजूरी भी दे दी है। इस बीच एक ताजे नियामकीय बदलाव ने टाटा समूह के एक और आईपीओ की राह खोल दी है।
क्यों जल्द लिस्टिंग की तैयारी? (Tata Group IPO)
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Tata Capital और इसकी पेरेंट कंपनी Tata Sons को अपर-टियर गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान (NBFCs) के तौर पर भी क्लासिफाई कर दिया है। अपर-टियर के NBFCs में रेगुलेटरी अनुपालन बढ़ जाते हैं। RBI की गाइडलाइंस के मुताबिक, अपर-टियर NBFCs को क्लासिफिकेशन मिलने के 3 साल के अंदर लिस्ट कराना अनिवार्य होता है।
कब आया था पिछला आईपीओ (Tata Group IPO)
सूत्रों के मुताबिक टाटा कैपिटल का आईपीओ लाने के लिए काम चल रहा है। मार्च, 2024 में इन्वेस्टमेंट बैंकर की नियुक्ति के साथ ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। टाटा कैपिटल में टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, टाटा कैपिटल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, टाटा क्लीनटेक कैपिटल लिमिटेड, टाटा कैपिटल पीटीई लिमिटेड, टाटा कैपिटल एडवाइजर्स पीटीई लिमिटेड और टाटा कैपिटल पीएलसी शामिल हैं। टाटा कैपिटल के मर्जर के लिए इस साल के अंत तक मंजूरी मिलने की उम्मीद है। आईपीओ के तहत प्रमोटर्स टाटा कैपिटल में 10 से 20 परसेंट हिस्सेदारी बेच सकते हैं। यानी यह आईपीओ 15,000 से 30,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। इससे पहले आखिरी बार टाटा ग्रुप का आईपीओ 2004 में आया था। तब टाटा ग्रुप अपनी आईटी कंपनी टीसीएस (TCS) का आईपीओ लाई थी। टीसीएस आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद देश की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है।
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भारत का सबसे बड़ा आईपीओ? (Tata Group IPO)
ऐसे में इसी क्लासिफिकेशन की वजह से Tata Son अब Tata Capital की लिस्टिंग पर भी विचार कर ही है, जोकि संभावित तौर पर भारत का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि Tata Sons के 11 लाख करोड़ रुपए के वैल्युएशन के आधार पर Tata Capital का 55,000 करोड़ रुपए की कंपनी के तौर पर आंका जा रहा है। ऐसे में ये देश आईपीओ अब तक का देश में सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है।
इसके पहले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने Tata Cleantech Capital और Tata Capital Financial Services को Tata Capital में मर्जर की अनुमति दी थी। टाटा ग्रुप में फिलहाल चल रहे रिस्ट्रीक्चरिंग प्रक्रिया के तहत ये मर्जर किया जा रहा है।