◼️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
Tapti Bairaj: बैतूल नगर पालिका (Nagarp Palika Betul) द्वारा ताप्ती नदी पर खेड़ी पास अमृत सिटी योजना (Amrit City Scheme) करोड़ों रूपये के बैराज का निर्माण किया गया है। बारिश में इस बैराज का एक हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। अब इस क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत की कवायद नगर पालिका ने शुरू कर दी है। मरम्मत के बाद इसमें पानी का संग्रहण किया जा सकेगा।
इस बैराज के पानी से नगर पालिका बैतूल एवं नगर पंचायत बैतूल बाजार को पेयजल आपूर्ति की जाती है। बारिश में ताप्ती नदी की बाढ़ में बैराज का एक बड़ा हिस्सा दोबारा मरम्मत करने के बावजूद पुन: क्षतिग्रस्त हो गया। इस बार कटाव इतना ज्यादा हो गया कि पूरी मरम्मत करना आसान काम नहीं है। यहां तक कि अब बैराज के गेट भी नहीं लग पा रहे हैं।
ऐसे में नगर पालिका के इंजीनियरों के द्वारा नई रणनीति के तहत कार्य करवाया जा रहा है। अब नगर पालिका कटाव वाली जगह से बैराज की दूसरी ओर जाने के लिए रैंप बना रही है। इसका उद्देश्य यह है कि बैराज के भीतरी हिस्से, जहां से पानी बह रहा है, उसे जगह पर ही भराव कर रोक दिया जाए। इसके बाद फिर गेट भी लग जाएंगे और पानी भी रुक सकेगा।
फिलहाल शहर में नहीं आएगी दिक्कत
दूसरी ओर फिलहाल ताप्ती बैराज (Tapti Bairaj) सहित अन्य जल स्रोतों में इतना पानी है कि बैतूल शहर में पानी के लिए हाल-फिलहाल कोई परेशानी नहीं होगी। ताप्ती बैराज में अभी इतना पानी है कि जून तक कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसके अलावा माचना में एनीकट में जहां सात फीट से अधिक पानी है तो वहीं लाखापुर डैम में वेस्टवेयर से ऊपर तक पानी बह रहा है, वहीं गूंगडोह में भी इतना पानी है कि शहर के लोगों को कतई दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद नगर पालिका नियमित रूप से एक दिन के अंतराल में ही शहर के लोगों को पूरी गर्मी में पानी आसानी से उपलब्ध कराएगी।
- ये भी पढ़े-Health Benefits of Kiwi: शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर, कई बीमारियों में होता है कीवी फायदेमंद
सतत रूप से जारी रहेगी जलापूर्ति
नगर पालिका की जल शाखा की माने तो इस बार शहर के सभी 33 वार्डों में टंकियों से पानी की सप्लाई सतत रूप से जारी रहेगी। एक दिन के अंतराल में नियमित रूप से पानी दिया जाना सुनिश्चित किया गया है। जल शाखा के अधिकारियों के मुताबिक ताप्ती बैराज में इस समय चार मीटर पानी शेष है। यह पानी चार माह तक शहर के लोगों की प्यास बुझा सकता है।
केवल 3 फीट खाली हुआ एनीकट
यदि माचना एनीकट की बात करें तो यहां डैम में अभी फिलहाल की स्थिति में केवल तीन फीट पानी खाली हुआ है। यानी शेष हिस्सा पानी से पूरा लबालब है। जरूरत पड़ने पर यदि लाखापुर डैम से पानी लिया जाता है तो वर्तमान में यहां वेस्टवेयर से पानी ओवरफ्लो हो रहा है। रही बात गंगू डोह की तो यह भी आपूर्ति के लिए तैयार है। जलशाखा के मुताबिक गंगूडोह से एक माह का पानी जलआपूर्ति के लिया जा सकता है।