वाह भई वाह… ग्रामीणों ने दिखाई एकता, सहयोग को आए आगे और धूमधाम से की गरीब परिवार की बेटी की…
• उत्तम मालवीय, बैतूल
गांवों में वाकई आज भी आत्मीयता है, संवेदना है, एकता है, अनुभूति है, अपनापन है, सहानुभूति है। यदि कोई दुखी है तो न केवल उसे अनुभूत करने की क्षमता है बल्कि उन्हें दुख से उबारने की भावना और जज्बा भी है। इन भावनाओं का…
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