PM Kisan 12th Installment Date: पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की 12वीं किस्त का बेसर्बी से इंतजार कर रहे किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी है। निधि की 12 वीं किस्त जारी होने की कन्फर्म डेट (Kisan Samman Nidhi 12th installment Confirm Date) आखिरकार घोषित हो गई है। अब से कुछ ही घंटों बाद किसानों के खाते में 12वीं किस्त की राशि पहुंच जाएगी। योजना के तहत कुल 16000 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
दरअसल, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली (Indian Agricultural Research Institute New Delhi) में दो दिवसीय कार्यक्रम ‘पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022’ (PM Kisan Samman 2022) किया जा रहा है। इसका उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सुबह 11.30 बजे करेंगे। यह आयोजन देश भर के 13,500 से अधिक किसानों और लगभग 1500 कृषि स्टार्टअप्स को एक मंच पर लाएगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों से एक करोड़ से अधिक किसानों के वर्चुअली रूप से शामिल होने की उम्मीद है। इस सम्मेलन में शोधकर्ताओं, नीति-निर्माताओं और अन्य हितधारकों की भागीदारी भी होगी।
किसान सम्मान निधि की जाएगी जारी
किसानों के कल्याण के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 16,000 करोड़ रुपये की 12वीं किस्त जारी करेंगे। इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को दो-दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में 6000 रुपये प्रतिवर्ष का लाभ उपलब्ध कराया जाता है। अभी तक पात्र किसान परिवारों को पीएम-किसान के योजना के तहत 2 लाख करोड़ रूपये से अधिक का लाभ प्राप्त हो चुका है।
इनको नहीं मिलेगा पैसा | PM Kisan Yojana E KYC
आपको बता दें कि PM Kisan Yojana की 12वीं किस्त केवल उन लाभार्थियों को मिलेगी, जिनकी ई-केवाईसी हो चुकी है। जिन्होंने ई-केवाइसी नहीं कराया है, उन्हें सम्मान निधि की राशि नहीं मिलेगी। दरअसल, सरकार ने PM Kisan Yojana के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा जिन लोगों ने फर्जी डॉक्युमेंट के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन इस स्कीम के लिए कराया है, उन्हें इस बार एक रुपया भी नहीं दिया जाएगा।
लिस्ट में चेक करें अपना नाम | (PM Kisan Samman Nidhi Yojana List)
- पीएम किसान सम्मान निधि की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- ‘लाभार्थी स्थिति’ टैब पर क्लिक करें। यह टैब को पीएम किसान वेबसाइट की होम पेज पर मिल जाएगा।
- आधार संख्या, खाता संख्या या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- ‘डेटा प्राप्त करें’ पर क्लिक करें।
- आपका डिटेल आपके डिवाइस की स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
उर्वरक की खुदरा दुकानें PMKSKमें होगी परिवर्तित
प्रधानमंत्री रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (पीएमकेएसके| PMKSK) का उद्घाटन करेंगे। इस योजना के तहत देश में उर्वरक की खुदरा दुकानों को चरणबद्ध तरीके से पीएमकेएसके में परिवर्तित किया जाएगा। पीएमकेएसके किसानों की विभिन्न अनेक प्रकार की जरूरतों को पूरा करेंगे और कृषि-सामग्रियों (उर्वरक, बीज, उपकरणों) मिट्टी, बीज व उर्वरकों के लिए परीक्षण सुविधाएं; किसानों में जागरूकता पैदा करना, विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना और ब्लॉक/जिला स्तर के केंद्रों पर खुदरा विक्रेताओं के लिए नियमित क्षमता निर्माण सुनिश्चित करना जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। 3.3 लाख से अधिक खुदरा उर्वरक दुकानों को पीएमकेएसके में परिवर्तित करने का प्रस्ताव है।
जन उर्वरक परियोजना भी होगी शुरू
इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना (Indian Mass Fertilizer Project)- एक राष्ट्र एक उर्वरक (one nation one fertilizer) का भी शुभारंभ करेंगे। इस योजना के तहत, प्रधानमंत्री भारत यूरिया बैग्स लॉन्च करेंगे जो। कंपनियों को एकल ब्रांड नाम ‘भारत’ के तहत उर्वरकों के विपणन में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी कृषि स्टार्टअप्स सम्मेलन और प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे। लगभग 300 स्टार्टअप्स सटीक खेती, फसल कटाई और मूल्य संवर्धन समाधानों, संबद्ध खेती, अपशिष्ट से धन, छोटे किसानों के लिए मशीनीकरण, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और कृषि लॉजिस्टिक से संबंधित अपने नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे। यह मंच स्टार्टअप्स को किसानों, एफपीओ, कृषि-विशेषज्ञों, कॉरपोरेट्स आदि के साथ बातचीत करने की सुविधा प्रदान करेगा। स्टार्टअप्स भी अपने अनुभव साझा करेंगे और तकनीकी सत्रों में अन्य हितधारकों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे व बातचीत करेंगे।
इंडियन एज पत्रिका का विमोचन
इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री एक ई-पत्रिका इंडियन एज का विमोचन करेंगे। यह पत्रिका किसानों की सफलता की कहानियों सहित अभी हाल के विकास, मूल्य रूझान विश्लेषण, उपलब्धता तथा खपत सहित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उर्वरक के परिदृश्यों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएगी।